देश के दूसरे भगवाधारी सीएम योगी ने संभाली यूपी सरकार की कमान, 46 मंत्रियों ने ली शपथ, कौन है वो मंत्री जानें विस्तृत में…

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में नई कैबिनेट ने शपथ ले ली है। राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट व राज्य मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। लखनऊ के पूर्व मेयर दिनेश शर्मा और BJP के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह शपथग्रहण समारोह लखनऊ के कांशीराम स्मृति उपवन में आयोजित किया गया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और कई केंद्रीय मंत्रियों सहित NDA के कई अन्य मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे। परंपरा निभाते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी नई सरकार के शपथग्रहण समारोह में शिरकत की। मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री को शामिल कर कुल 17 OBC, 6 अनुसूचित जाति (SC), 7 ठाकुर, 8 ब्राह्मण, 8 कायस्थ-वैश्य, 2 जाट और 1 मुस्लिम की UP मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी है। शपथ के बाद नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा- मुझे भरोसा है कि योगी आदित्यनाथ की टीम यूपी को उत्तम प्रदेश बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।



मुख्यमंत्री- योगी आदित्यनाथ
उपमुख्यमंत्री- केशव प्रसाद मौर्य
उपमुख्यमंत्री- दिनेश शर्मा


कैबिनेट मंत्री 

1.सूर्य प्रताप शाही
-भूमिहार जाति हैं
-बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं


2. सुरेश खन्ना
-आठ बार के विधायक है
-सीएम की रेस में रह चुके हैं

3. स्वामी प्रसाद मौर्य
-बीएसपी से बीजेपी में आए
-बीएसपी में नंबर दो की हैसियत थी
-कुशीनगर के पडरौना से चुनाव जीते हैं

4. सतीश महाना
कानपुर से सात बार विधायक रह चुके हैं
कल्याण सिंह की सरकार में मंत्री रह चुके हैं
इनका परिवार संघ से जुड़ा रहा है

5. राजेश अग्रवाल
पेशे से कारोबारी हैं
अमित शाह, योगी आदित्यनाथ के करीबी हैं

6. रीता बहुगुणा जोशी
-लखनऊ कैंट से विधायक
-कांग्रेस से बीजेपी में आईं हैं, कांग्रेस की कद्दावार नेता रही हैं
-हेमवती नंदन बहुगुणा की बेटी हैं

7. दारा सिंह चौहान
-बीएसपी के बीजेपी में आए है
-पूर्व सांसद रह चुके हैं

8. श्री धर्मपाल सिंह
-राजनाथ सिंह के करीबी माने जाते हैं
-पार्टी में साफ सुथरी छवि माने जाते हैं
-पश्चिमी यूपी के कद्दावर नेता हैं, लोध जाति के बड़े नेता हैं

9. एसपी सिंह बघेल
-राज्यसभा और लोकसभा का सदस्य रह चुके हैं
-सपा और बसपा में रह चुके हैं
-सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं

10. सत्यदेव पचौरी
-कानपुर की गोविंदनगर सीट से विधायक
-तीसरी बार विधायक बने
-ब्राह्मण जाति से संबंध हैं

11. रामापति शास्त्री
-यूपी में पूर्व मंत्री रह चुके हैं
-दलित नेता हैं

12. जय प्रताप सिंह
-सिद्धार्थनगर के बांसी सीट से विधायक हैं
-राजपरिवार से आते हैं
-ठाकुर जाति से हैं

13. ओम प्रकाश राजभर
-बीजेपी के सहयोगी दल के नेता हैं
-सुहेलदेव राजभर पार्टी के नेता हैं
-गाजीपुर के जहूराबाद सीट से विधायक हैं

14. बृजेश पाठक
-बीएसपी छोड़कर बीजेपी में आए हैं
-लखनऊ सेंट्रल से विधायक चुने गए
-ब्रह्माण जाति से आते हैं

15. लक्ष्णी नारायण चौधरी
-बीएसपी छोड़कर बीजेपी में आए हैं

16. चेतन चौहान
-पूर्व क्रिकेटर हैं, 40 टेस्ट खेले हैं
-अमरोहा से सांसद रह चुके हैं
-अमरोहा के नौगांव विधायक बने हैं

17. श्रीकांत शर्मा
-मथुरा सीट से विधायक हैं
-अमित शाह के बेहद करीबी हैं
-बीजेपी के महत्वपूर्ण फैसलों में अहम रोल अदा करते रहे हैं
-संगठन में खासा असर है

18. राजेंद्र प्रताप सिंह
-2003 में मंत्री रह चुके हैं
-प्रतापगढ़ की पट्टी सीट से विधायक रह चुके हैं

19. सिद्धार्थनाथ सिंह
– पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के नाती हैं
-इलाहाबाद पश्चिम से विधायक चुने गए हैं
-संगठन के काम के लिए जाने जाते हैं

20. मुुकुट बिहारी वर्मा
-बहराइच की कैसरगंज सीट से विधायक

21. आशुतोष टंडन
-लालजी टंडन के बेटे हैं
-बीेजेपी का ब्राह्मण चेहरा हैं

22. नंद गोपाल कुमार नंदन
-कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं, बीएसपी में रह चुके हैं
-इलाहाबाद दक्षिण से विधायक चुने गए

राज्य मंत्री  ( स्वतंत्र प्रभार)

23. अनुपमा जायसवाल
-बीजेपी की पुरानी नेता हैं

24. सुरेश राणा
-बीजेपी के कट्टर हिंदुत्वादी छवि है
-दंगों मेें आरोपी रह चुके हैं
-मुजफ्फरनगर से हैं, थाना भवन सीट से विधायक हैं

25. उपेंद्र तिवारी
-भूमिहार नेता हैं
-दूसरी बार चुनाव जीते हैं
-बलिया की फेफना सीट से विधायक हैं
-अंबिका चौधरी को शिकस्त दी

26. डॉक्टर महेंद्र सिंह
-ओडिशा में बीजेपी जीत में बड़ा योगदान
-विधान परिषद के सदस्ये हैं
-असम की प्रभारी रह चुके हैं

27. स्वतंत्र देव सिंह
-अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं
-आरएसएस से पुराना रिश्ता रहा है
-बुंदेलखंड से आते हैं

28. भूपेंद्र सिंह चौधरी
-एमएलसी से हैं
-पुराने नेता हैं
-जाटों के बड़े नेता हैं
-मुरादाबाद जिले के हैं

29. धर्म सिंह सैनी
-सहारनपुर की नुकर सीट से विधायक हैं
-इमरान मसूद को हराया है
-आयुर्वेद के डॉक्टर है


30. अनिल राजभर
-बीेजेपी के राजभर के नेता हैं
-पहले बीएसपी में रह चुके हैं

31. स्वाति सिंह
-पहली बार की विधायक हैं
-दया शंकर सिंह की पत्नी हैं
-राजपूत नेता हैं
-किस्मत की रानी कही जाती हैं, पति के अपशब्द कहने के बाद लाइमलाइट में आई



राज्य मंत्री

32. गुलाबो देवी
-दलित समाज आती हैं
-कल्याण सिंह सरकार में मंत्री रह चुकी हैं
-चंदौसी सीट से विधायक हैं

33. जयप्रकाश निषाद
-पिछड़ी जाति से हैं
-देवरिया के रुद्रपुर से विधायक हैं

34. अर्चना पांडे
-डिंपल यादव के संसदीय सीट से विधायक बनी
– कन्नौज से आती हैं
-सपा के गढ़ में जीतीं

35. जयकुमार सिंह जैकी
-जहानाबाद विधानसभा सीट से विधायक हैं
-अपना दल कोटे से मंत्री
-कुर्मी नेता हैं

36. अतुल गर्ग
-गाज़ियाबाद शहर सीट से विधायक
-बनिया समुदाय से आते हैं

37. रणवेंद्र प्रताप सिंह (धुन्नी भैया)
-राजपूत समाज से आते हैं
-फतेहरपुर के हुसैनगंज से विधायक हैं

38. नीलकंठ तिवारी
-वाराणसी दक्षिण सीट से विधायक बने, श्यामदेव राय चौधरी (दादा) का टिकट काटकर इन्हें टिकट दिया गया
-पहली बार के विधायक हैं


39. मोहसिन रजा
-योगी मंत्रिमंडल का मुस्लिम चेहरा
-पूर्व रणजी खिलाड़ी हैं
-पूर्व क्रिकेटर हैं
-किसी सदन के सदस्य नहीं हैं

40. गिरीश यादव
-कांग्रेस नेता नदीम जावेद को हराया
-योगी मंत्रिमंडल के इकलौते मंत्री

41.  बलदेव सिंह ओलख
– मंत्रिमंडल का सिख चेहरा
-रामपुर के बिलासपुर सीट से विधायक

42. मनोहर लाल पंथ
-बुंदेलखंड से आते हैं
-मन्नू कोरी नाम से जाने जाते हैं

43.  संदीप सिंह
-पूर्व सीएम कल्याण सिंह के नाती हैं
-अतरौली सीट से विधायक हैं
-लोधी समाज से आते हैं

44. सरेशा पासी
-गैर जाटों दलित समुदाय से आते हैं
-अमेठी की जगदीशपुर सीट से विधायक हैं
-कांग्रेस के गढ़ में जीते हैं

45. संगीता बलवंत


46.ज्ञानेंद्र सिंह


देश के दूसरे भगवाधारी सीएम

– योगी यूपी के पहले और उमा भारती के बाद देश के दूसरे भगवाधारी सीएम हैं। यूपी में पहली बार दो डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। ये हैं केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा।
ऐसे तय हुए दो डिप्टी सीएम
– शनिवार को बीजेपी विधायक दल की मीटिंग खत्म होने के बाद पार्टी के सेंट्रल ऑब्जर्वर वेंकैया नायडू ने कहा, “विधायक दल की मीटिंग में सुरेश खन्ना ने आदित्यनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा। दूसरों से भी पूछा गया कि क्या कोई किसी और के नाम का प्रस्ताव रखना चाहता है।”
– योगी ने कहा कि यूपी बड़ा प्रदेश है, इसलिए मुझे दो सहयोगियों की जरूरत होगी। अमित शाह जी से बात करने के बाद पार्टी ने तय किया कि योगी जी को सहयोग देने के लिए केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा।
जीत के जश्न के नाम पर डिस्टर्बेंस बर्दाश्त नहीं होगा- योगी
– राज्यपाल से मुलाकात के बाद योगी ने सभी जिलों के SSP से कहा कि जीत के जश्न के नाम पर डिस्टर्बेंस और उत्पात किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।

योगी आदित्यनाथ CM क्यों?

– पॉलिटिकल एक्सपर्ट श्रीधर अग्निहोत्री ने मिडिया से बातचीत में वो 10 कारण बताए, जिसकी वजह से योगी यूपी के सीएम बनाए गए।
1) कट्टर हिंदूवादी चेहरा हैं। बीजेपी के फायर ब्रांड नेता हैं।
2) मंदिर आंदोलन से जुड़े हुए नेता हैं। राम मंदिर का मुद्दा उठाते रहे हैं।
3) 2019 में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसा माना जा रहा है कि जैसा पोलराइजेशन इस विधानसभा चुनाव में हुआ है, 2019 में भी हो सकता है।
4) इस चुनाव में वेस्ट यूपी से लेकर पूर्वांचल तक योगी आदित्यनाथ ने जमकर प्रचार किया। माना जा रहा है कि इससे बीजेपी को जीत में काफी फायदा हुआ।
5) बीजेपी को जो बहुमत मिला है, उसमें हिंदुत्व का एजेंडा ही कारगर रहा है।
6) आदित्यनाथ पर करप्शन का कोई आरोप नहीं है।
7) योगी की कोई लामबंदी नहीं है। उनके साथ गुटबंदी जैसी कोई चीज नहीं है।
8) पूर्वांचल में अच्छी पकड़ रखते हैं, जहां मोदी-राजनाथ-अमित शाह की सबसे ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं।
9) गोरखपुर से 5 बार सांसद रहे हैं। विधायिका का अनुभव है।
10) आरएसएस के करीबी माने जाते हैं। इसलिए उनके नाम पर आसानी से मुहर लगी।

इस अवसर पर कुल 11 मुख्यमंत्रियों ने शिरकत की। मुलायम सिंह यादव, नितिन गडकरी, लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, चंद्रबाबू नायडू और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। 70,000 से भी ज्यादा लोग नई सरकार का शपथग्रहण देखने पहुंचे। कांशीराम स्मृति उपवन, जहां यह शपथग्रहण हुआ, उसके बाहर कई किलोमीटर तक गाड़ियों का तांता लगा रहा। बड़ी संख्या में आम लोग भी इस कार्यक्रम को देखने और नेताओं की एक झलक पाने के लिए यहां पहुंचे। ना केवल लखनऊ, बल्कि प्रदेश के अन्य हिस्सों से भी आम लोग इस अवसर के साक्षी बने।

BJP ने 14 साल बाद उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी की है। 403 सीटों की उत्तर प्रदेश विधानसभा में अकेले BJP को 312 सीटें मिली हैं। BJP गठबंधन को कुल मिलाकर 325 सीटें हासिल हुई हैं। इतना बड़े जनमत हासिल करने के बाद UP में बीजेपी की सरकार बनी है। इस ऐतिहासिक मौके की भव्यता को ध्यान में रखते हुए ना केवल BJP, बल्कि NDA और कई विपक्षी दलों के नेताओं को भी समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और अरुणाचल के CM भी इस समारोह में शरीक होने पहुंचे।

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