लाइफस्टाइल

सम्मान और समझ से रखें जीजा-साले का अनोखा रिश्ता बरकरार

 शादी के बाद नए रिश्तों का तानाबना न सिर्फ लड़कियों के जीवन में बुनता है, बल्कि लड़के के लिए भी रिश्ताें की नई परिभाषा गढ़ी जाती है। ऐसे ही कुछ कीमती रिश्तों में से एक होता है जीजा-साले का रिश्ता। यह रिश्ता जितना प्रेम से भरा है उतना ही नाजुक भी है। अक्सर अहं का टकराव इस रिश्ते को दीमक की तरह खा जाता है। कई बार इसमें दो पुरुषों की आपसी सोच तो ज्यादातर मामलों में पत्नी और उसके भाई के बीच की बाॅन्डिंग इसका कारण बनती है। मानसिक शांति के लिए या तो रिश्तें खत्म कर दिए जाएं या फिर समझदारी दिखाते हुए उन्हें नए सिरे से पनपने दिया जाए।
दखलंदाजी एक बड़ा कारण
बहुत बार देखने को मिलता है कि वधु पक्ष अक्सर लड़की के ससुराल में हस्तक्षेप करता है, जिसमें दुल्हन के भाई का दखल जरूरत से ज्यादा होता है। इसकी वजह कई बार आर्थिक तो कई बार नए व्यक्ति पर अविश्वास होता है। साले का यह हस्तक्षेप जीजा के मन में कड़वाहट पैदा करता है।
Other reasons: लड़की पक्ष है इसलिए दबेगा ही
पत्नियाें का दबाव पुरुष की परेशानी
उम्र का अंतर भी एक बड़ी वजह
जीजा समझे साले की बात
साले की जिम्मेदारी सबसे ज्यादा