पुणे। मुंबई में 1993 के धमाकों से जुड़े मामले में जेल में बंद बॉलीवुड
अभिनेता संजय दत्त सात मार्च को रिहा हो सकते हैं। अभिनेता गैरकानूनी ढंग
से हथियार रखने के मामले में पांच साल की सजा काट रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अंतिम समय में अगर कोई गड़बड़ी नहीं होती है,
तो फिर दत्त 42 महीने की बाकी की सजा पूरी होने के बाद सात मार्च को यरवदा
जेल से रिहा हो जाएंगे। वह 18 माह की सजा पहले ही काट चुके हैं। सुप्रीम
कोर्ट ने मार्च 2013 में दत्त को टाडा के तहत आतंक के आरोप से तो बरी कर
दिया था, लेकिन गैरकानूनी तरीके से हथियार रखने के मामले में दोषी करार
दिया था।
छह माह पहले रिहाई संभव
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अच्छे चाल-चलन की वजह से दिंवगत
अभिनेता सुनील दत्त के पुत्र संजय दत्त की सजा छह महीने कम की जा रही है।
जेल सूत्रों का कहना है कि अच्छे चाल-चलन के कारण उन्हें हर माह सात दिन तक
की छुट्टी मिल सकती है। लेकिन अंतिम फैसला जेल अधिकारियों के हाथों में
होगा। इसी पर निर्भर होगा कि वह सात मार्च को रिहा होंगे या नहीं।
मई 2013 में आत्मसमर्पण किया था
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, उनकी जमानत रद्द हो गई। संजय ने 16
मई 2013 को आत्मसमर्पण किया और उन्हें आर्थर रोड सेंट्रल जेल में रखा गया।
एक हफ्ते बाद ही उन्हें पुणे की यरवदा सेंट्रल जेल भेज दिया गया। हालांकि
जेल में अच्छे चाल-चलन की वजह से अभिनेता की समयपूर्व रिहाई की मांग भी
उठती रही है।
बार-बार छुट्टियां मिलने पर सवाल उठे
आम कैदियों से अलग, संजय दत्त को बार-बार पैरोल या फर्लो मिलने पर
सवाल उठाए जाते रहे हैं। हर कैदी को हर साल 14 दिन की फर्लो मिलती है,
जबकि पैरोल जेल अधिकारियों के विशेषाधिकार पर निर्भर करता है।
अगस्त 2015
संजय दत्त अपनी बेटी की नाक की सर्जरी को लेकर एक माह के पैरोल पर बाहर आए थे। इस फैसले को लेकर काफी विवाद हुआ।
दिसंबर 2014
अभिनेता तब 14 दिन की फर्लो पर बाहर आए थे, उनकी 14 दिन और छुट्टी बढ़ाने की मांग खारिज हो गई थी।
दिसंबर 2013
पत्नी मान्यता के टीबी होने पर संजय को 28 दिन की पैरोल मिली। बाद में इसे 28 दिन और बढ़ा दिया गया।
अक्टूबर 2013
संजय दत्त को 14 दिन की फर्लो मिली, जिसे उनके पैरों में दर्द के कारण 14 दिन और बढ़ा दिया गया।
अभिनेता संजय दत्त सात मार्च को रिहा हो सकते हैं। अभिनेता गैरकानूनी ढंग
से हथियार रखने के मामले में पांच साल की सजा काट रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अंतिम समय में अगर कोई गड़बड़ी नहीं होती है,
तो फिर दत्त 42 महीने की बाकी की सजा पूरी होने के बाद सात मार्च को यरवदा
जेल से रिहा हो जाएंगे। वह 18 माह की सजा पहले ही काट चुके हैं। सुप्रीम
कोर्ट ने मार्च 2013 में दत्त को टाडा के तहत आतंक के आरोप से तो बरी कर
दिया था, लेकिन गैरकानूनी तरीके से हथियार रखने के मामले में दोषी करार
दिया था।
छह माह पहले रिहाई संभव
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अच्छे चाल-चलन की वजह से दिंवगत
अभिनेता सुनील दत्त के पुत्र संजय दत्त की सजा छह महीने कम की जा रही है।
जेल सूत्रों का कहना है कि अच्छे चाल-चलन के कारण उन्हें हर माह सात दिन तक
की छुट्टी मिल सकती है। लेकिन अंतिम फैसला जेल अधिकारियों के हाथों में
होगा। इसी पर निर्भर होगा कि वह सात मार्च को रिहा होंगे या नहीं।
मई 2013 में आत्मसमर्पण किया था
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, उनकी जमानत रद्द हो गई। संजय ने 16
मई 2013 को आत्मसमर्पण किया और उन्हें आर्थर रोड सेंट्रल जेल में रखा गया।
एक हफ्ते बाद ही उन्हें पुणे की यरवदा सेंट्रल जेल भेज दिया गया। हालांकि
जेल में अच्छे चाल-चलन की वजह से अभिनेता की समयपूर्व रिहाई की मांग भी
उठती रही है।
बार-बार छुट्टियां मिलने पर सवाल उठे
आम कैदियों से अलग, संजय दत्त को बार-बार पैरोल या फर्लो मिलने पर
सवाल उठाए जाते रहे हैं। हर कैदी को हर साल 14 दिन की फर्लो मिलती है,
जबकि पैरोल जेल अधिकारियों के विशेषाधिकार पर निर्भर करता है।
अगस्त 2015
संजय दत्त अपनी बेटी की नाक की सर्जरी को लेकर एक माह के पैरोल पर बाहर आए थे। इस फैसले को लेकर काफी विवाद हुआ।
दिसंबर 2014
अभिनेता तब 14 दिन की फर्लो पर बाहर आए थे, उनकी 14 दिन और छुट्टी बढ़ाने की मांग खारिज हो गई थी।
दिसंबर 2013
पत्नी मान्यता के टीबी होने पर संजय को 28 दिन की पैरोल मिली। बाद में इसे 28 दिन और बढ़ा दिया गया।
अक्टूबर 2013
संजय दत्त को 14 दिन की फर्लो मिली, जिसे उनके पैरों में दर्द के कारण 14 दिन और बढ़ा दिया गया।