कोलकाता (Kolkata): पश्चिम बंगाल (West Bengal) के दार्जिलिंग (Darjeeling) में सोमवार को एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ, सोमवार सुबह 8:55 बजे एक मालगाड़ी ट्रेन (Malgadi Train) ने कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) को पीछे से टक्कर मार दी। जिसमें से 10 लोगों की मौत और 60 लोगो के घायल होने की जानकारी दी है।
न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन (New Jalpaiguri) से लगभग सात किलोमीटर दूर रंगापानी स्टेशन के पास खड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। इस हादसे (Accident) में गार्ड का डिब्बा, जनरल डिब्बा क्षतिग्रस्त हुआ है। आर्मी और NDRF की टीमों ने रेस्क्यू का काम पूरा कर लिया है। रेल रूट के रेस्टोरेशन का काम शुरू हो चुका है।
पूर्वी रेलवे के मुख्य पीआरओ कौशिक मित्रा ने बताया कि कंचनजंगा एक्सप्रेस (Kanchanjungha Express) ट्रेन के आखिरी में दो पार्सल और एक SLR कोच लगे हुए थे। इसमें कोई पैसेंजर नहीं था। ट्रेन के 5 डिब्बे क्षतिग्रस्त हुए हैं। 12:40 पर एक स्पेशल ट्रेन सियालदह के लिए रवाना हो चुकी है। ट्रेन (Train) में अधिकतर यात्री मालदा और बोलपुर के हैं। सिंगल लाइन पर ट्रेन सेवा शुरू कर दी गई है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने एक्स पर पोस्ट में कहा- “पश्चिम बंगाल दार्जिलिंग में ट्रेन दुर्घटना के कारण लोगों की मौत की खबर बेहद दुःखद हैं, मेरी संवेदनाएं-प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीर्घ स्वस्थ होने और राहत एवं बचाव कार्यों के सफलता के लिए प्रार्थना करती हूं”
PM मोदी ने जताया दुख
पीएम मोदी (Narendra Modi) ने एक्स पर पोस्ट कर कहा- “पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना दुखद है। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।’ अधिकारियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया. प्रभावितों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है। रेल मंत्री श्री @अश्विनीवैष्णव जी भी दुर्घटनास्थल पर जा रहे हैं।“
रेल मंत्री ने कहा दुर्भाग्यपूर्ण घटना
रेल हादसे (Accident) पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने भी कहा – “नॉर्थईस्ट फ्रंटियर जोन में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। युद्धस्तर पर बचाव कार्य जारी हैं। रेलवे, एनडीआरएप और एसडीआरएफ समन्वय के साथ काम कर रहे हैं. घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।“
पश्चिम बंगालकी सीएम ने जताया दुख
पश्चिम बंगाल West Bengal की सीएम ममता बनर्जी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा- “दार्जिलिंग जिले में ट्रेन हादसे की खबर से सकते में हूं। खबर है कि कंजनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। जिला मजिस्ट्रेट, डॉक्टर और एंबुलेंस राहत एवं बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंच गए हैं। युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है।“
हादसों का जिम्मेदार कौन है?
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा- कि देश में लगातार हो रहे रेल हादसों का जिम्मेदार कौन है?
चिकन नेक कॉरिडोर मार्ग की घटना
कंचनजंगा एक्सप्रेस डेली ट्रेन है। यह बंगाल को पूर्वोत्तर के शहरों सिलचर और अगरतला से जोड़ती है। यह मार्ग चिकन नेक कॉरिडोर में है, जो पूर्वोत्तर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है। एक्सीडेंट की वजह से कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। कंचनजंगा एक्सप्रेस का इस्तेमाल अक्सर पर्यटक दार्जिलिंग की यात्रा के लिए करते हैं।
पीड़ितों के लिए राहत राशि का ऐलान
केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे के पीड़ितों के लिए घोषित राहत राशि बढ़ा दी है। इसके तहत मृतकों के परिजनों को दस लाख रुपये की राहत राशि, गंभीर रूप से घायलों को ढाई लाख जबकि मामूली रूप से घायल हुए लोगों को पचास हजार रुपये की राहत राशि देने का ऐलान किया।
सिग्नल खराब होने पर क्या हैं नियम ?
रेलवे सूत्रों ने कहा कि जांच के बाद ही पता चल सकता है कि क्या मालगाड़ी को खराब सिग्नल पार करने के लिए रंगपानी के स्टेशन मास्टर ने TA-912 नोट जारी भी किया था या फिर लोको पायलट ने खुद ही रेड सिग्नल का उल्लंघन किया था. अगर T-912 जारी भी किया जाता है, तो भी ड्राइवर को प्रत्येक खराब सिग्नल पर ट्रेन को एक मिनट के लिए रोकना होता है और 10 किमी प्रति घंटे की गति से ही आगे बढ़ाना होता है.
लोको पायलट संगठन ने रेलवे के इस बयान पर सवाल उठाया है कि ड्राइवर ने रेड सिग्नल का उल्लंघन किया, इस वजह से हादसा हुआ. इंडियन रेलवे लोको रनिंगमेन ऑर्गनाइजेशन (IRLRO) के कार्यकारी अध्यक्ष संजय पांधी ने कहा, ‘हादसे में लोको पायलट की मौत हो चुकी है और अभी सीआरएस जांच लंबित है. जांच पूरी होने से पहले ही लोको पायलट को हादसे (Accident) के लिए जिम्मेदार घोषित करना बेहद आपत्तिजनक है’