नयी दिल्ली। झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के तौर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने रविवार को शपथ ली। रांची में आयोजित शपथग्रहण समारोह में राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
44 वर्षीय हेमंत सोरेन दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं। हेमंत सोरेन के शपथ समारोह के दौरान मंच पर विपक्ष के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे। हेमंत सरकार में आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव, सत्यानंद भोक्ता को भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपनी सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक आज शाम करेंगे।
ये नेता पहुंचे
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी, डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन, बिहार के नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और ममता बनर्जी जैसे देश के तमाम नेता रांची पहुंचे।
सोरेन परिवार की विरासत
बता दें कि झारखंड मुक्ति मोर्चा राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। भाजपा को सिर्फ 25 सीटों पर जीत मिली जबकि जेएमएम के 30 विधायक जीते और महागठबंधन को कुल 47 सीटों पर जीत मिली। झारखंड के अलग राज्य बनने की लड़ाई हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन ने ही लड़ी थी।
सोरेन परिवार पर झारखंड की जनता का विश्वास ही ऐसा है कि पांच साल बाद एक बार फिर से सोरेन परिवार झारखंड की राजनीति का सत्ता केंद्र बन गया है। आदिवासी हित और अलग राज्य का झंडा बुलंद करने वाले शिबू सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री पद पर तीन बार आसीन रहे। इसके अलावा एक बार हेमंत सोरेन भी राज्य की सत्ता संभाल चुके हैं। ऐसे में यह पांचवीं बार होगा जब सोरेन परिवार का सदस्य मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेगा।