नई दिल्ली । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड और पश्चिम बंगाल सहित छह राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति व स्थानांतरण को मंजूरी दे दी। राष्ट्रपति ने केंद्र सरकार की सलाह पर मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का तबादला कर उन्हें उत्तर प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया है। आनंदीबेन की नियुक्ति के साथ यह पहली बार है कि उत्तर प्रदेश को 1950 में इसकी स्थापना के बाद से एक महिला राज्यपाल मिलेगा। सरोजिनी नायडू 1947 में पहली बार महिला राज्यपाल बनीं थी, लेकिन उस समय वह संयुक्त प्रांत था। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक का कार्यकाल 22 जुलाई को समाप्त हो रहा है। मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान 2014 में नाईक को यह जिम्मेदारी सौंपी थी। उनके स्थान पर अब आनंदीबेन पटेल को यह जिम्मेदारी मिली है। पटेल को 16 जनवरी 2018 को मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया था। ऐसे में उनका यह स्थानांतरण प्रदेश में नाराज पटेल मतदाताओं को साधने की कोशिश मानी जा रही है। विधानसभा चुनाव के बाद पटेल (कुर्मी) समाज भाजपा से नाराज चल रहा है। आनंदीबेन पटेल के स्थान पर बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन को स्थानांतरित कर मध्य प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। 84 वर्षीय टंडन को अगस्त 2018 में बिहार के राज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई थी। टंडन को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नजीदकी माना जाता था। वह मायावती और कल्याण सिंह की कैबिनेट में मंत्री भी रहे थे। वह 1978 से 1984 और 1990 से 1996 तक उत्तर प्रदेश विधान परिषद के नेता रहे थे। लालजी टंडन के स्थान पर फागु चौहान को बिहार का राज्यपाल बनाया गया है। फागू चौहान उत्तर प्रदेश अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष एवं अति पिछड़ी जाति से ताल्लुक रखते हैं। वह पूर्वी उत्तर प्रदेश के घोसी से पांच बार विधायक भी रह चुके हैं। पूर्वांचल में उनका खासा दबदबा माना जाता है। ऐसे में केंद्र सरकार के इस कदम को पिछड़ी जातियों को साधने की कवायद माना जा रहा है।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा हो रहा है। उनके स्थान पर सर्वोच्च न्यायालय के वकील जगदीप धनकर को राज्यपाल बनाय गया है। वह जाट समुदाय से आते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान और हरियाणा विधानसभा चुनावों के मद्देनजर जाटों को खुश करने का यह प्रयास है।
कप्तान सिंह सोलंकी के स्थान पर पूर्व भाजपा सांसद रमेश बैस को त्रिपुरा का राज्यपाल बनाया गया है। सोलंकी को अगस्त 2018 में त्रिपुरा का राज्यपाल बनाया गया था। रमेश बैस अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे। वह छत्तीसगढ़ की रायपुर लोकसभा सीट से सात बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उनका टिकट कट गया था, जिसके बाद भी उन्होंने पार्टी के लिए प्रचार किया था।
नागालैंड के राज्यपाल पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य का कार्यकाल 19 जुलाई को समाप्त हो गया। उनके स्थान पर आरएन रवि को नागालैंड का गवर्नर बनाया गया है। रवि को इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का उप सुरक्षा सलाहकार चुना गया था। रवि 1976 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं।