लखनऊ । यूपी एसटीएफ की लखनऊ ईकाईने गुरुवार को दो ऐसे शातिर बदमाशों को पकड़ा है, जो जाली नोटों को छापने का कारोबार करते हैं। इनके पास से निर्मित व अर्धनिर्मित एक लाख 23 हजार रुपये बरामद किया है। एसटीएफ के प्रभारी निरीक्षक अंजनी कुमार तिवारी ने मुखबिर की सूचना पर विभूतिखंड के कठौता चौराहे के पास से गोमतीनगर के वास्तुखंड निवासी राघवेन्द्र सिंह उर्फ राजू और विभवखंड निवासी रमापति यादव को धर दबोचा है। यह लोग किसी से डील करने आ रहे थे, तभी एसटीएफ ने इन्हें दबोच लिया।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त राघवेन्द्र सिंह ने बताया कि वास्तुखण्ड, गोमतीनगर में किराये के मकान में वह अपने साथियों रामकृपाल, अनुराग सिंह चौहान, वैभव सिंह सेगर उर्फ गोलू के साथ रहता है, जहां सभी मिलकर प्रिन्टर से फोटो व ‘स्कैन’ करके जाली नोट छापते है। 20 प्रतिशत के कीमत पर दूसरों को सप्लाई कर देते हैं।
दो नवम्बर को उसके साथी रामकृपाल व अनुराग सिंह चौहान जनपद रायबरेली के महराजगंज थाने में कूटरचित भारतीय मुद्रा के साथ गिरफ्तार हुए थे, जो जेल में है। साथ ही राघवेन्द्र ने यह भी बताया कि वह एवं उसका साथी वैभव सिंह सेगर उर्फ गोलू जाली मुद्रा तैयार कर सप्लाई करने का कार्य कर रहे हैं। मौके पर वह बरामद मुद्रा रमापति यादव को देने आया था। तैयार शुदा और जाली नोट व उपकरण उसके किराये के मकान में है जहां से उसकी निशानदेही पर एसटीएफ टीम ने जाली नोट बरामद किये हैं। एसटीएफ प्रभारी ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है।