नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग ‘परेशान’ हैं और ‘बगावत’ करेंगे। उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, मैं देश को छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा।
उन्होंने कहा, ‘मैं सरकार को शुभकामना देता हूं। लेकिन मेरा मानना है कि लोग बगावत करेंगे और समझेंगे कि क्या सही है और क्या गलत। व्यापार में लोग परेशान हैं, रियल एस्टेट में लोग परेशान हैं। वे शीघ्र ही आवाज उठाएंगे।’ भाजपा ने इसपर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ‘जन क्रांति’ 2014 में पहले ही हो चुकी है जब भ्रष्ट संप्रग सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। कांग्रेस ने इस पर टिप्पणी करने से मना कर दिया।
विवादास्पद व्यवसाई ने कहा कि लोग जल्द ही महसूस करेंगे कि कब उनका दैनिक जीवन बेहतर था और वो खुश थे। उन्होंने कहा, ‘जहां तक सांप्रदायिक मुद्दों का सवाल है, हम सभी धर्मों को साथ लेकर चलते हैं।’ हरियाणा और राजस्थान में वाड्रा के भूमि सौदों की जांच भाजपा सरकारें कर रही हैं।
अपने व्यापारिक हितों को आगे बढ़ाने के लिए अपने ससुराल पक्ष के नाम का इस्तेमाल करने की आलोचना का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें अपने जीवन को ‘आगे बढ़ाने के लिए’ प्रियंका गांधी के सहारे की आवश्यकता नहीं है। उनके पास पर्याप्त है।
वाड्रा ने कहा कि वह काफी ‘आत्मसात’ कर सकते हैं और लोगों को उनके बारे में सच का पता चल जाएगा। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्र को मेरे बारे में सच जानना चाहिए और मेरा मानना है कि आने वाले समय में लोग जानेंगे।’
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह कभी देश नहीं छोड़ेंगे ‘भले ही उन्हें कितना भी अपमानित किया जाए या सरकार जो चाहे उनके बारे में लिखती या कहती रहे।’ कांग्रेस के संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने साक्षात्कार के बारे में सवालों की अनदेखी कर दी।
भाजपा ने वाड्रा पर हमला करते हुए कहा कि सरकार ‘जन समर्थक’ है और सिर्फ वो लोग परेशान हैं, जिन्होंने धोखाधड़ी की है और गरीब किसानों की कीमत पर धन बनाया है।
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘जहां तक जनता के विद्रोह का सवाल है, वह पहले ही हो चुका है। यह 2014 में हुआ जब लोगों ने कांग्रेस को उसके भ्रष्टाचार और कुशासन के लिए सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया।’
वाड्रा के अन्य बयान के संदर्भ में भाजपा नेता ने कहा कि ‘वह अपने ससुराल वालों के समक्ष अपनी चिंता जाहिर’ कर रहे हैं और सरकार पर उनका हमला एक चाल हो सकती है।