रोहतक। हरियाणा डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को साध्वी बलात्कार मामले में आज 10 वर्षीय कारावास की सजा सुनाई गई। केंद्रीय जांच ब्यूरो CBI के विशेष न्यायाधीश जगदीप सिंह ने यहां सुनारिया जेल में स्थापित विशेष अदालत में राम रहीम को 10 साल की सजा सुनाई। सजा सुनते ही कोर्टरूम में राम रहीम फूट फूट कर रोने लगे। हालांकि इससे पहले उन्होंने कोर्ट से रहम की भी अपील की और अपने सामाजिक कार्यों का हवाला देते हुए माफी की मांग की। मगर आरोप सख्त थे और कोर्ट ने गंभीर आरोपों की बिनाह पर ही 10 साल की सजा का ऐलान किया है।
विशेष न्यायाधीश जगदीप सिंह |
जेल में कोर्ट के लगा कर क्या क्या हुआ
जेल में बनाए गए कोर्ट में सोमवार को करीब 1 घंटा कार्यवाही चली। इस दौरान कोर्ट ने दोनों पक्षों को अपनी बात रखने के लिए 10-10 मिनट का वक्त दिया। सुनवाई के वक्त कोर्ट रूम में 8 लोग मौजूद थे। सजा के एलान के बाद बाबा कोर्ट रूम में ही रोने लगा। इससे पहले स्पेशल सीबीआई के जज जगदीप सिंह चॉपर के जरिए पंचकूला से सुनारिया जेल पहुंचे। सुनवाई के पहले रोहतक और सिरसा में कर्फ्यू लगा दिया गया था। बता दें कि 25 अगस्त को राम रहीम को साध्वी से रेप के केस में दोषी ठहराया था। इसके बाद हरियाणा-पंजाब समेत 5 राज्यों में डेरा समर्थकों ने हिंसा और आगजनी की थी। इन घटनाओं में अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है।
फैसले के बाद रो पड़ा राम रहीम
सजा पर बहस पूरी होने के बाद राम रहीम जज के सामने रहम की भीख मांगने लगा और जैसे ही जज ने फैसला सुनाया वह कुर्सी पकड़ कर फर्श पर बैठ गया और जोर-जोर से रोने लग गया। राम रहीम ने कोर्ट ने अपने सामाजिक कामों की भी दुहाई दी और कहा कि उसने स्वच्छ अभियान में भी योगदान दिया है। उसने कोर्ट से जेल बदलने की भी अपील की।
राम रहीम पर लगीं ये धाराएं
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष न्यायाधीश जगदीप सिंह ने यहां सुनारिया जेल में स्थापित विशेष अदालत में राम रहीम को 10 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई। पचास वर्षीय राम रहीम को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 (बलात्कार), 506 (डराने-धमकाने) और 509 (महिला की इज्जत से खिलवाड़) के तहत दोषी पाया गया है। हरियाणा के पंचकूला स्थित सीबीआई अदालत के विशेष न्यायाधीश ने 25 अगस्त को 15 साल इस पुराने मामले में राम रहीम को साध्वी के साथ बलात्कार का दोषी करार दिया था।
राम रहीम को दोषी ठहराने के बाद पंचकूला के अलावा हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और कई अन्य राज्यों में डेरा के अनुयायियों ने बड़े पैमाने पर हिंसा की थी, जिसे देखते हुए सजा सुनाने के लिए जेल में ही अस्थायी रूप से विशेष अदालत स्थापित की गई। राम रहीम को सजा सुनाने के लिए न्यायाधीश को हेलीकॉप्टर से सुबह सुनारिया जेल लाया गया।
15 साल पुराना है मामला
यह मामला वर्ष 2002 का है,तब एक साध्वी ने गुमनाम पत्र लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से इस मामले की जांच की गुहार लगाई थी। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए सीबीआई को जांच के आदेश दिये थे। जांच एजेंसी ने 30 जुलाई 2007 को मामला दर्ज किया था और इस मामले में 18 साध्वियों से पूछताछ की थी, जिनमें से दो ने बलात्कार की बात स्वीकार की थी। इस मामले में छह सितंबर 2008 को सुनवाई शुरू हुई। राम रहीम ने सुनवाई के दौरान बलात्कार के आरोप को झूठा करार दिया और कहा कि वह शारीरिक संबंध बनाने में ‘सक्षम’ नहीं है।
कोर्ट ने संपत्ति जब्त के दिए आदेश
हिंसा के बाद सरकारी और लोगों की निजी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई डेरा प्रमुख की संपत्ति से करने को कहा। हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि उसके बैंक खाते सील कर दिए जाए और उसी से आगजनी और तोड़फोड़ की भरपाई की जाए।
विस्तृत में…
1) कोर्ट कहां लगी?
– रोहतक के सुनारिया जेल की लाइब्रेरी में कोर्ट रूम बनाया गया। यहां करीब 1 घंटे कोर्ट की कार्यवाही चली।
2) सजा को कम करने के लिए बाबा के वकील ने क्या दलीलें दीं?
– बाबा के वकीलों ने कोर्ट से सजा कम करने के लिए राम रहीम को सोशल वर्कर होने का हवाला दिया। वकीलों ने कहा वे कई सालों से लोगों की भलाई के लिए काम कर रहे हैं। इसलिए रहम दिखाते हुए सजा कम से कम दी जाए।
– वकीलों ने डेरा सच्चा सौदा के उन कामों का हवाला भी दिया, जिनमें सफाई अभियान और ब्लड डोनेशन कैंप जैसे काम किए थे।
3) हाथ जोड़े खड़े रहा बाबा, सजा के बाद रोने लगा
– सुनवाई के वक्त बाबा राम रहीम हाथ जोड़े खड़ा रहा। 10 साल की सजा सुनाए जाने के बाद बाबा राम रहीम रोने लगे और माफ करने की अपील करने लगे। उन्होंने कोर्ट रूम से बाहर निकलने के लिए मना कर दिया।
4) सुनवाई के वक्तकहांहिंसा हुई?
– सिरसा के फूल्का गांव में सोमवार को डेरा समर्थकों ने 2 कार में आग लगा दी। राम रहीम को सजा के एलान से पहले चंडीगढ़ में पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने डीजीपी, चीफ सेक्रेटरी और अन्य सीनियर ऑफिशियल के साथ रिव्यू मीटिंग की।
5) सजा के पहले सरकार की तैयारियां कैसी थीं?
# रोहतक जेल
– शूट एट साइट का आदेश लागू था। बिना इजाजत लिए कोई भी शख्स सुनारिया जेल कॉम्प्लेक्स के पास नजर आता तो गोली मारने के आदेश थे।
# सुरक्षा
– रोहतक की सुनारिया जेल के बाहर सेवन लेयर सिक्युरिटी के इंतजाम किए गए थे। 5 किलोमीटर के दायरे में पुलिस और सिक्युरिटी फोर्सेस का पहरा था। रोहतक में पैरामिलिट्री फोर्स की 23 कंपनियां तैनात की गई थीं।
# एहतियात
– हरियाणा सरकार ने 29 अगस्त की सुबह 11.30 बजे तक मोबाइल इंटरनेट, SMS सर्विसेस को रोक दिया है। अंबाला में धारा 144 लगाई। राज्य के पंचकूला, रोहतक, कैथल और अंबाला में सोमवार को सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए थे।
6) क्या है पूरा मामला?
– अप्रैल 2002: पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट और तब के पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को एक साध्वी ने शिकायत भेजी।
– मई 2002: लेटर के फैक्ट्स की जांच का जिम्मा सिरसा के सेशन जज को सौंपा गया।
– दिसंबर 2002: सीबीआई ब्रांच ने राम रहीम पर धारा 376, 506 और 509 के तहत केस दर्ज किया।
– दिसंबर 2003: सीबीआई को जांच के निर्देश दिए गए। 2005-2006 के बीच में सतीश डागर ने इन्वेस्टिगेशन की और उस साध्वी को ढूंढा जिसका यौन शोषण हुआ था।
– जुलाई 2007: सीबीआई ने अंबाला सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट फाइल की। यहां से केस पंचकूला शिफ्ट हो गया और बताया गया कि डेरे में 1999 और 2001 में कुछ और साध्वियों का भी यौन शोषण हुआ, लेकिन वे मिल नहीं सकीं।
– 2011 से 2016: लंबा ट्रायल चला। डेरा मुखी की ओर से अपीलें दायर हुईं।
– जुलाई 2016: केस के दौरान 52 गवाह पेश हुए। इनमें 15 प्रॉसिक्यूशन और 37 डिफेंस के थे।
– जून 2017:डेरा प्रमुख ने विदेश जाने के लिए अपील दायर की तो कोर्ट ने रोक लगा दी।
– 25 जुलाई 2017: कोर्ट ने रोज सुनवाई करने के निर्देश दिए ताकि केस जल्द निपट सके।
– अगस्त 2008: ट्रायल शुरू हुआ और डेरा मुखी के खिलाफ चार्ज तय किए गए।
– 17 अगस्त 2017: मामले की बहस खत्म हुई।
– 25 अगस्त 2017: सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम को दोषी करार दिया।
– 28 अगस्त 2017: सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई।
7) फैसले से पहले हुआ बाबा का मेडिकल
– रोहतक में कोर्ट की कार्यवाही शुरू होने से पहले राम रहीम का मेडिकल चेकअप किया गया। सुनारियां जेल पहुंचकर डॉक्टर्स की टीम ने बाबा का चेकअप किया।
– राम रहीम को सजा के एलान से पहले चंडीगढ़ में पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने डीजीपी, चीफ सेक्रेटरी और अन्य सीनियर ऑफिशियल के साथ रिव्यू मीटिंग की।
8) डेरे से मिलीं 29 लड़कियां, 40 बच्चे
– सिरसा में बाबा के डेरे को खाली कराने के दौरान एडमिनिस्ट्रेशन को डेरे के अनाथालय में रह रहे 40 बच्चे मिले। इन्हें बाल आश्रम भेज दिया है। इसके अलावा शाही बेटियों के नाम से अलग बसेरा था, जिसमें 29 लड़कियां मिली हैं। समर्थक डेरा खाली कर रहे हैं, इन्हें ले जाने के लिए हरियाणा रोडवेज की 100 बसें पहुंची हैं।
– डेरा छोड़ रहे सपोर्टर्स के बैग्स की जांच की जा रही है। इन्हें डेरे से 15 किलोमीटर दूर छोड़ा जा रहा है। एक समर्थक ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा कि पिछले 3 दिनों से डेरे के अंदर और बाहर कई लोग हिंसा के लिए भड़का रहे थे।’
– हरियाणा पुलिस के मुताबिक, डेरा चीफ को सजा सुनाए जाने के बाद राम रहीम के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा में तलाशी अभियान चलाया जा सकता है। डेरा के 100 से ज्यादा सेंटर्स में तलाशी की गई। इस दौरान बड़ी तादाद में हथियार मिले हैं।