
नई दिल्ली :
उन्होंने यहां संवाददाताओं से मजाकिया अंदाज में कहा कि भाजपा के ट्वीट केवल इस ओर इशारा करते हैं कि पत्रकार बहुत प्रभावशाली तरीके से खबरें लिखते हैं।
भाजपा ने कल एक ग्राफिक ट्वीट करते हुए कहा था कि राफेल विमान सौदा ”तय हो गया है और नरेंद्र मोदी सरकार ने फ्रांस की सरकार के साथ ”पुन:सौदेबाजी करके इसमें 21,000 करोड़ रूपए बचाए हैं।
इससे पूर्व रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा था कि सौदा अग्रिम चरण में है और भारत एवं फ्रांस दोनों ने कीमत निर्धारण के मामले पर अपने मतभेद कम कर लिए है।
पर्रिकर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”मैं आपको केवल इतना बता सकता हूं कि सौदा काफी अग्रिम चरण में है और हम इसे जल्द ही पूरा करना चाहते है, लेकिन मैं सौदे पर हस्ताक्षर होने से पहले या कम से कम सौदे को मंजूरी के लिए कैबिनेट के पास भेजे जाने से पहले यह नहीं कह सकता कि सौदा हो चुकी है।
सौदे के मई के अंत तक तय होने की उम्मीद है। भारत 36 लड़ाकू विमानों की कीमत को लेकर फ्रांस के साथ सौदेबाजी कर रहा है। इस सौदे के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अप्रैल में पहली बार घोषणा की थी।
बढ़ती लागत को ध्यान में रखते हुए पूर्व में जारी की निविदा के अनुसार 38 राफेल विमानों की कीमत करीब 65,000 करोड़ डॉलर है।
भारत आठ अरब से कम यूरो :59,000 करोड़ रूपए: की कीमत निर्धारित किए जाने के लिए सौदेबाजी कर रहा है।
भाजपा ने ट्वीट किया था, ”फ्रांस से 12 अरब डॉलर :80,000 करोड़ रूपए: में 36 अत्याधुनिक राफेल विमान खरीदने के सौदे पर पुन:सौदेबाजी हुई और सौदा 8.8 अरब डॉलर :लगभग 59,000 करोड़ रूपए: में तय हुआ।
पार्टी ने ट्वीट किया कि सरकार ने जनता का धन ”बचाया है और सौदे के कारण ”तकनीकी ज्ञान मिला है तथा ”सीमा की सुरक्षा के लिए वायुसेना को मजबूती मिली है।