LIVE: शनि शिंगणापुर मंदिर में बवाल, पुरुषों को भी मुख्य शिला की पूजा से रोका

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पुणे।  महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं की एंट्री पर बवाल मचा हुआ है। बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले के बाद आज महिलाएं शनि मंदिर में पूजा करने जा रही थीं लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के चलते भारी हंगामा मच गया। भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई के नेतृत्व में महिलाएं मंदिर के अंदर जाने पर अड़ी हैं लेकिन स्थानीय लोग जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, इन्हें मंदिर के अंदर जाने से रोक रहे हैं।

बवाल बढ़ता देखते हुऐ मंदिर प्रशासन ने पुरुषों को भी मुख्य शिला की पूजा से रोका

एनसीपी की महिला कार्यकर्ताओं ने मंदिर के अंदर जाने की कोशिश की जिस पर स्थानीय लोगों के साथ उनकी धक्कमुक्की शुरू हो गई। स्थानीय महिलाएं तृप्ति देसाई का भी विरोध कर रही हैं। गांववालों ने तृप्ति को घेर लिया और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। गांव की महिलाओं ने तृप्ति को रोकने के लिए मानव श्रृंखला बना ली। वहीं तृप्ति देसाई ने कहा कि हम बिलकुल नहीं सुनेंगे, हम दर्शन लेने आए हैं और लेकर रहेंगे। तृप्ति ने कहा कि आज कोर्ट के आदेश का अपमान हो रहा है। हमारे साथ धक्कामुक्की हुई, बाहर भेजने की कोशीश की जा रही है। सीएम को ये सब रोकना चााहिए, मैं दर्शन लिए बिना नहीं जाउंगी।

वहीं पूर्व एनसीपी विधायक मुरकुटे के साथ भी मंदिर के सुरक्षारक्षकों ने हाथापाई की। मुरकुटे महिलाओं के साथ चबूतरे पर चढ़ने की जिद पर अड़ गए।

इससे पहले हाईकोर्ट के आदेश के बाद मंदिर प्रशासन की एक बैठक हुई जिसमें ये तय किया गया है कि जब तक मंदिर प्रशासन को अदालत के आदेश की कॉपी नहीं मिलती है तब तक पुरानी परंपरा जारी रहेगी।

तृप्ति देसाई का कहना है कि मुख्यमंत्री को आदेश देना चाहिए और महिलाओं को आज मंदिर में जाने की एंट्री मिलनी चाहिए। अगर किसी ने मंदिर के प्लेटफार्म पर जाने से रोका को एफआईआर दर्ज करवाएंगे। वहीं दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरमैन बरखा शुक्ला का कहना है कि अदालत का फैसला महिलाओं की जीत है। उन्होने कहा कि भगवान पुरुष और महिला में भेदभाव नहीं करता इसलिए मंदिर में भी भेदभाव नहीं होना चाहिए।

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