नई दिल्ली । नेशनल हेराल्ड मामले ने आज एक राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया। कांग्रेस ने जहां सरकार पर उसके नेताओं के खिलाफ ”राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया तो वहीं इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अदालत का सामना करने को कहा।
सरकार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर आरोप लगाया कि वह सदन की कार्यवाही में बाधा डाल रही हैं और इसकी वजह भी बताने को तैयार नहीं हैं। वहीं सोनिया गांधी ने कहा कि वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बहू हैं और किसी से डरती नहीं हैं। जेटली ने कांग्रेस नेताओं को कल संसद में इस मुद्दे पर कार्यवाही को बाधित करने के बजाय चर्चा की चुनौती दी और कहा कि कांग्रेस पार्टी और इसके नेताओं को बहुत सी बातों का जवाब देना है। हेराल्ड मामले में समन को रद्द कराने की सोनिया गांधी, राहुल गांधी तथा अन्य की अपील को दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा खारिज किए जाने के एक दिन बाद संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस के सदस्यों ने आज जमकर हंगामा किया जिसके कारण कई बार के स्थगन के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही करीब सवा तीन बजे दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस और सत्तापक्ष दोनों ओर से हालांकि नेशनल हेराल्ड मामले का सीधा उल्लेख नहीं किया गया। राजनीतिक प्रतिशोध के कांगे्रस के आरोप को अस्वीकार करते हुए सरकार ने कहा कि ”न्यायालय में सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है। सदन के भीतर कांग्रेस की रणनीति संबंधी समिति की बैठक के बाद सोनिया गांधी ने संसद भवन परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री का जिक्र करते हुए संवाददाताओं से कहा, ”मैं इंदिरा गांधी की बहू हूं। मैं किसी से डरती नहीं हूं। उनसे संवाददाताओं ने नेशनल हेराल्ड मामले में उनके खिलाफ दिल्ली की एक अदालत द्वारा जारी सम्मन को रद्द करने की अपील को दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा नामंजूर किए जाने को लेकर सवाल किया था।