पठानकोट हमला: पाकिस्तान ने नहीं माने भारत के दिए सबूत

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लाहौर/इस्लामाबाद/नई दिल्ली। पठानकोट में एयरफोर्स स्टेशन पर हुए हमले में भारत की ओर से सौंपे गए सबूतों पर पाकिस्तान ने शुरुआती जांच पूरी कर ली है. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से जांच के बाद रिपोर्ट भारतीय अधिकारियों को सौंप दी गई है. हालांकि पहली ही जांच में पाकिस्तान का रुख अलग ही नजर आया और फोन नंबरों के पाकिस्तानी होने की बार को नकार दिया.
भारत की ओर से पाकिस्तान को सबूत के तौर पर वो फोन नंबर सौंपे गए थे जिनके जरिए आतंकिवादियों ने पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से बात की थी. भारत ने यह भी कहा था कि हमलावर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे.
  
नंबरों के पाकिस्तानी होने को नकारा
पाकिस्तान की ओर से शुरुआती जांच में भारत के उस दावे को ठुकरा दिया गया है जिसमें कहा गया था कि हमलावरों ने पाकिस्तानी नंबरों पर फोन किया था. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सबूत के तौर पर जो नंबर दिए गए थे, वो पाकिस्तान में रजिस्टर्ड नहीं हैं. जांच एजेंसियां हमलावरों के बारे में और पड़ताल कर रही हैं.

गृह मंत्री से मिलीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज
पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की बातचीत को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है. सोमवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान में पठानकोट हमले की जांच के लिए सयुंक्त जांच दल (JIT) बनाए जाने और कुछ लोगों की गिरफ्तारी के बाद पकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की बातचीत किए जाने के मुद्दे पर चर्चा हुई.
इससे पहले सुबह गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गृह मंत्रालय में एक बैठक की. इस बैठक में NSA अजीत डोभाल समेत कई आला अधिकारी मौजूद थे. बैठक में पठानकोट हमले के बाद देश के सुरक्षा हालात पर चर्चा हुई और खासतौर पर देश के रक्षा संस्थानों पर मंडरा रहे आतंकी खतरे का जायजा लिया गया.

रक्षा मंत्री से भी मिले डोभाल
NSA अजीत डोभाल ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से उनके ऑफिस में मुलाकात की. इस बीच डोभाल ने साफ किया कि फिलहाल पाकिस्तान के साथ बातचीत तभी आगे बढ़ेगी जबकि पाकिस्तान पठानकोट आतंकी हमले में ठोस कार्रवाई करेगा.

इसके पहले अमेरिका ने भी पाकिस्तान से पठानकोट हमले के मामले में कार्रवाई करने को कहा था. भारत और अमेरिका के दवाब पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ हरकत में आ गए और उन्होंने हमले की जांच के लिए संयुक्त टीम (JIT) बनाने को कहा. इस टीम में पाकिस्तान आईबी, आईएसआई, मिलिट्री इंटेलीजेंस और पुलिस के अफसर शामिल होंगे. इस बीच कुछ लोगों को हिरासत में लिए जाने की भी सूचना है.

करीबी ने कहा- तह तक जाना चाहते हैं PM
पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने पीएमओ सूत्र के हवाले से कहा है कि शरीफ पठानकोट हमले को लेकर काफी गंभीर हैं. उन्होंने सख्य रवैया अख्तियार कर लिया है. वह इस हमले की तह तक जाना चाहते हैं. वह जानना चाहते हैं कि आखिर हमले का मुख्य साजिशकर्ता कौन है. सूत्र के मुताबिक शरीफ ने इसे लेकर अपने आर्मी चीफ जनरल राहील शरीफ से भी बात की है.

72 घंटे पहले ही लिया गया था फैसला
शरीफ ने पिछले हफ्ते ही एक बैठक बुलाई थी. इसमें गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नसीर जांजुआ, विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज और वित्त मंत्री इशाक डार शामिल हुए थे. इसी मीटिंग में शरीफ ने हमले की जांच के लिए संयुक्त टीम बनाने का फैसला लिया.

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