पटना। इस साल अप्रैल-मई में माध्यमकि-उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) ली जाएगी। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। एक-दो दिनों में इस पर विभागीय मंत्री अशोक चौधरी और प्रधान सचिव डीएस गंगवार से अनुमति ली जाएगी। इसके बाद एसटीईटी के आयोजन का प्रस्ताव बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को भेजी जाएगी। समिति की ओर से ही एसटीईटी का आयोजन होना है।
माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में क्रमश: 11000 और 7000 शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति होनी है। इस बार एसटीईटी में बीएड डिग्रीधारी को ही बैठने का मौका मिलेगा। वर्ष 2012 में पहली एसटीईटी हुई थी, जिसके बाद करीब 14 हजार शिक्षक नियुक्त हुए। 2012 में एसटीईटी में प्रशिक्षित और अप्रशिक्षित दोनों अभ्यर्थी बैठे थे। हालांकि एसटीईटी उत्तीर्ण सामान्य वर्ग के अप्रशिक्षित अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं हो सकी। इसकी अनुमति राष्ट्रीय अध्यापक परीक्षा परिषद (एनसीटीई) ने नहीं दी थी।
समीक्षा बैठक में मिला था निर्देश: पिछले साल 18 दिसंबर को शिक्षा विभाग की समीक्षा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माध्यमकि-उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति जल्द करने का निर्देश दिया था। खास कर गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, कॉमर्स आदि विषयों के शिक्षकों की। क्योंकि इन विषयों के शिक्षक कई विद्यालयों में हैं ही नहीं। वहीं विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की योजना नहीं है।