लखनऊ । उत्तर प्रदेश की करीब ढाई वर्ष पुरानी योगी आदित्यनाथ सरकार का पहला विस्तार कल होगा। राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करीब दर्जन मंत्रियों को शपथ दिलाएंगी। इसके साथ ही तीन-चार राज्यमंत्रियों का कद बढ़ाकर उनको कैबिनेट मंत्री पद की शपथ भी दिलाई जाएगी। राजभवन में कल होने वाले इस सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में करीब एक दर्जन मंत्री शपथ लेंगे। इसके अलावा तीन से चार स्वतंत्र प्रभार राच्य मंत्रियों का भी प्रमोशन कर उन्हें कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई जाएगी। योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल का पहला विस्तार कल यानी 21 अगस्त को होगा. पहले मंत्रिमंडल का यह विस्तार सोमवार 19 अगस्त को प्रस्तावित था, लेकिन ऐन मौके पर उसे टाल दिया गया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी आज देर शाम नई दिल्ली से लखनऊ लौटेंगी। एक बार फिर से मंत्रियों के शपथ ग्रहण की तैयारी पूरी कर ली गई है। सरकार बनने के सवा दो साल से च्यादा समय के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल का पहला विस्तार करने वाले हैं।
राजभवन में बुधवार को रक्षा मंत्री के पुत्र पंकज सिंह, मेजर सुनील दत्त दिवेदी, रमाशंकर पटेल, चौ.उदयभान सिंह, चंद्रिका उपाध्याय,अशोक कटारिया, विद्यासागर सोनकर तथा जीएस धर्मेश उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में नये चेहरे होंगे। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले संभावितों के नामों पर मुहर लग चुकी है। इसमें मुजफ्फरनगर से विधायक कपिल देव अग्रवाल के साथ बुलंदशहर की शिकारपुर सीट से विधायक अनिल शर्मा का नाम भी तय माना जा रहा है। आगरा से विधायक उदय भान सिंह भी योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। उदय भान सिंह फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीट से विधायक हैं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय को हराकर विधायक बने सतीश द्विवेदी के साथ रायबरेली के दल बहादुर कोरी को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। भाजपा संगठन में मजबूत पकड़ रखने वाले एमएलसी अशोक कटारिया का भी मंत्री बनन तय माना जा रहा है। इनके साथ तीन से चार राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार को कैबिनेट मंत्री के तौर पर प्रमोट किया जा रहा है। सभी शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची राजभवन को भेज दी गई है। फेरबदल में कुछ मंत्रियों की छुट्टी होना तय है तो शपथ के बाद कई मंत्रियों के विभाग भी बदले जाएंगे।
पांच मंत्री दे चुके हैं इस्तीफा लोकसभा चुनाव 2019 में कैबिनेट मंत्री रहीं रीता बहुगुणा जोशी ने इलाहाबाद से सत्यदेव पचौरी ने कानपुर से और एसपी सिंह बघेल ने आगरा से जीत दर्ज की थी। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी योगी मंत्रिमंडल से बाहर हो चुके हैं जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद स्वतंत्र देव सिंह ने भी अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मंत्रिमंडल विस्तार टलने से कई मंत्रियों को अधिक राहत नहीं दो वर्ष पांच माह बाद मंत्रिमंडल विस्तार की खबर ने कुछ विधायकों की आंखों की चमक जरूर बढ़ा दी थी लेकिन कई मंत्रियों को कुर्सी छिन जाने का भी खतरा सताने लगा था। अचानक विस्तार टल जाने से मंत्रियों ने राहत की सांस ली थी। अपनी कुर्सी बचाने के लिए धर्मस्थलों से लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के प्रभावी नेताओं के यहां परिक्रमा भी शुरू हो गई। हालांकि इन सभी की यह राहत अधिक नहीं रह सकी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुछ मंत्रियों की कार्यशैली से नाराज हैं। बीते दिनों कई विभागों में हुए तबादलों को निरस्त करने के साथ ही कामकाज के तौर तरीकों पर भी उन्होंने सवाल उठाये। कुछ विभागों की शिकायत अधिकारियों ने भी की। सूत्रों के मुताबिक ऐसे विभागों के मंत्रियों पर तलवार लटक गई है।