लखनऊ। लखनऊ में ऐशबाग की रामलीला देखने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन से पहले ही बुधवार को तेज आंधी-बारिश से रामलीला का पंडाल गिर पड़ा और इसके कारण रामलीला को स्थगित करनी पड़ी है।
लखनऊ में दोपहर बाद झमाझम बारिश हुई और ऐशबाग स्थित रामभवन के मैदान में चल रही रामलीला का पंडाल गिर पड़ा। श्रीरामलीला समिति के सदस्यों ने बारिश रूकने के बाद पंडाल के मरम्मत का कार्य शुरू करवाया है। वहीं पंडाल के गिरने और मैदान में घुटने तक पानी लगने के कारण से रामलीला के पांचवे दिन के नौ प्रसंगों को स्थगित कर दिया गया है।
श्रीरामलीला समिति के अध्यक्ष हरीशचन्द्र ने बताया कि रामलीला को स्थगित किया गया है, आज होने वाले प्रसंगों का मंचन गुरूवार को किया जायेगा और शेष प्रसन्गों को भी समिति साथ में करेगी।
उन्होंने बताया कि बारिश के कारण से पंडाल गिर पड़ा और इसकी मरम्मत में अभी सात से आठ घंटे लगेंगे। इसके गिरने से कोइ व्यक्ति हताहत नही हुआ है। वहीं रामलीला देखने वालों को आज निराश किया गया है और रामलीला को स्थगित करने का निर्णय समिति ने लिया है। पांचवे दिन होने वाले केवट प्रसंग, भरत संवाद को देखने के लिये भीड़ बढ़ने की सम्भावना भी थी।
बता दें कि ऐशबाग की रामलीला देखने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 11 अक्टूबर को आगमन की तैयारियों के सापेक्ष शासन, प्रशासन और श्रीरामलीला समिति की बैठकें हो रही है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी रामलीला देखने आयेंगे।
बता दें कि पीएम मोदी की लखनऊ ऐशबाग रमलीला में आने के कयास लगाए जा रहे हैं।
ऐसे में तैयारियों के दौरान पंडाल गिरना पोल खोल साबित होता है।
बीते दिन हुई बारिश और तेज़ हवाओं के चलते रामलीला मैदान में लगा पंडाल गिर गया।
आयोजकों के अनुसार पंडाल को अब पहले से भी ज़्यादा मजबूती से बंधा जा रहा है।
आपको बता दें कि ऐशबाग में होने वाली रामलीला सबसे पुरानी मानी जाती है।
हर साल की तरह इस साल भी यहाँ रामलीला की तैयारियाँ हो रही हैं।
परंतु इस बार इस रामलीला की बात कुछ ख़ास है क्यूकि इसमें पीएम मोदी को आमंत्रित किया गया है।
यह आमंत्रण लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा द्वारा दिया गया है।
अगर प्रधानमंत्री जी लखनऊ रामलीला में पधारते हैं तो दो परम्पराएं टूटने के आसार हैं।
पहली माँ दुर्गा के विसर्जन की तिथि और दूसरी पीएम द्वारा दिल्ली में रावण दहन की।
यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रधानमंत्री मेयर दिनेश शर्मा के प्रस्ताव को स्वीकारते हैं या नही।