बलरामपुर। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर अपने निर्धारित समय से 40 मिनट देर 4:55 मिनट पर आदि शक्ति मां पाटेश्वरी पब्लिक स्कूल भवनियापुर के हेलीपैड पर उत्तरा| मुख्यमंत्री के अपने दो दिवसीय दौरे पर आज बुधवार को 4:15 बजे हेलीकॉप्टर से उतरना था| भवनियापुर पब्लिक स्कूल पर हेलीपैड से उतरने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदिनाथ का काफिला कार के द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर पहुंचा ,जहां पर मुख्यमंत्री का मंदिर के पीठाधीश्वर व प्रशासन अधिकारियों ने गर्म जोशी के साथ स्वागत किया |मुख्यमंत्री यहां पर मां पाटेश्वरी का दर्शन और पूजन अर्चन किया, इसके उपरांत जिले में अपार पर्यटन की संभावनाओं को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और अगले 29 अगस्त गुरुवार को मुख्यमंत्री फिट इंडिया मोमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ मां पाटेश्वरी पब्लिक स्कूल भवनियापुर में ही करेंगे | क्योंकि यहां से प्रदेश के बेरोजगारों अपार रोजगार मिलने की संभावना है तथा यहां पर पर्यटन को विशेष बढ़ावा देने की सरकार की योजना है|
बहराइच भी पहुंचे, कही ये बात
इसके पहले मुख्यमंत्री ने देवीपाटन मंडल के जिला बहराइच में पहुंचे और जिला के मेडिकल कॉलेज निरीक्षण कार्यक्रम व प्रदेश के सात नवीन चिकित्सा विद्यालयों बहराइच, अयोध्या,बस्ती आदि में अध्यनरत छात्र – छात्राओं , संकाय सदस्यों व सातों कालेजों के प्राचार्यो की उपस्थिति में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा अपने ओजस्वी व ज्ञान वर्धक विचारों को चरितार्थ करते हुऐ जनपद बहराइच के उत्थान में एक और नए अध्याय का आगाज किया। इस दौरान संबोधन में मुख्यमंत्री द्वारा कहा गया कि जनपद में स्थापित यह मेडिकल कॉलेज सिर्फ बहराइच ही नहीं बल्कि आस पास के जिलों सहित दूर दराज क्षेत्रों तक के गरीबों, दबे कुचले लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा।उन्होंने कहा कि नवनिर्मित सातों चिकित्सा विद्यालयों में नव प्रवेश लेने वाले छात्र – छात्राओं कों बधाई देता हूं,
और कामना करता हूँ कि यही छात्र – छात्रायें भविष्य में लोगों के लिए प्रेरणास्रोत भी बनेंगे।आगे चलकर हम सभी का उद्देश्य इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाते रहने होगा।उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि और भी जो नवनिर्मित कॉलेज बन रहे है उन्हें भी जल्द से जल्द शुरू करवा दिया जायेगा ।
की ये घोषणा
मुख्यमंत्री ने कहा कि एमबीबीएस के प्रत्येक छात्र – छात्राओं को डिग्री दिलाने में सरकार 10 करोड़ रुपये किसी न किसी रूप खर्च करती है।और ऐसे सफल विद्यार्थियों को दबे कुचले,व गरीबों आदि की सेवा कर उन्हें अपने ऋण चुकाने के अवसर को गवाना नहीं चाहिए।उनके अंदर यह भावना होनी चाहिए की हमें पूरी उदारता के साथ समाज के ऋण को चुकाना है। क्योंकि यह बढ़ रहे मेडिकल कॉलेजो का ही परिणाम है कि आज ज्यादा से ज्यादा छात्र – छात्राओं को अपने अपने सपनों को साकार करने का मौका पा रहे है।जिसमे सबसे बड़ा योगदान प्रदेश की जनता का भी है जिनके द्वारा दिए जा रहे टैक्स से ही ऐसा संभव हो पा रहा है।इसीलिये डॉक्टर मरीज के बीच ऐसा संवाद होना चाहिए की मरीजो को इसका पूरा लाभ मिल सके। इस दौरान उनके द्वारा मेडिकल कॉलेज का नाम सुहेलदेव मेडिकल कॉलेज व जिला चिकित्सालय का नाम बालार्क ऋषि रखने की भी घोषणा की गई |