लखनऊ (छविनाथ)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंथन कार्यक्रम प्रदेश में सुशासन के लक्ष्यों को प्राप्त करने, नेतृत्व के गुण के विकास और जवाबदेही के साथ काम करने में सहायक होगा। इससे नई कार्य संस्कृति विकसित होगी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में सभी मंत्रिगण ने बड़े उत्साह के साथ प्रतिभाग किया है। इससे बहुत सी नई चीजें सीखने को मिली हैं। सभी मंत्रिगण यहां से नये अनुभव के साथ जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री रविवार को भारतीय प्रबन्ध संस्थान (आईआईएम), लखनऊ में आयोजित ‘मंथन-1Ó कार्यक्रम के समापन के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विगत ढाई वर्ष के दौरान प्रदेश को विकास को गति देकर नई पहचान देने के कई प्रयास किये गये हैं। इस कार्य में प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन मिला है। मंथन कार्यक्रम से राज्य सरकार के प्रदेश में सकारात्मक बदलाव के प्रयासों को आगे बढ़ाने में बहुत मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री की देश में सुशासन की भावना की उपलब्धि भी सम्भव होगी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के साथ प्रशासनिक अधिकारियों को भी जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आईआईएम, लखनऊ की सराहना करते हुए कहा कि संस्थान के प्राध्यापकों द्वारा विभिन्न जटिल विषयों को भी बहुत ही रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया। प्रस्तुतिकरण में दिन प्रतिदिन के उदाहरणों को सम्मिलित करने से विषय सभी के लिए अत्यन्त बोधगम्य हो गये।
इस अवसर पर राज्य सरकार के मंत्रिगण, आईआईएम लखनऊ के शिक्षाविद् भी उपस्थित थे।