लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान मंडल के दोनों सदनों में बजट सत्र के दौरान सोमवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इसके चलते दोनों सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। विधानसभा में तो आज प्रश्नकाल भी स्थगित करना पड़ा।
विधानसभा में आज पूर्वाह्न 11 बजे जैसे सदन की कार्यवाही प्रारम्भ हुई, नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर चर्चा कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा अति गंभीर है, इसलिए आज सभी मामले रोक कर पहले इस पर चर्चा की जाये। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की कन्नौज सभा में साजिश की गई। उनकी जान को खतरा है। इस मामले की विधिवत जांच होनी चाहिये।
नेता प्रतिपक्ष की मांग पर विधानसभा अध्यक्ष दीक्षित ने कहा कि प्रश्नकाल के बाद इस मामले को देखा जाएगा। इस पर सपा के विधायक सदन में हंगामा करने लगे। इस बीच में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अखिलेश यादव को पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध है। फिर भी यदि कोई दिक्कत है तो जांच करा ली जाएगी। श्री खन्ना ने यह भी कहा कि सपा कार्यकर्ताओं से समाज खतरा है, अखिलेश को किसी से खतरा नहीं है।
इस पर सपा विधायक नारेबाजी और शोरगुल करते हुए वेल में आ गये। हंगामा के चलते अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पहले आधे घंटे के लिए स्थगित की, बाद में उसे अपराह्न 12.20 बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया। इससे सदन में आज प्रश्नकाल भी नहीं हो सका।
उधर, विधान परिषद में नेता विरोधी दल अहमद हसन ने अखिलेश यादव की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार विपक्ष के नेताओं की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है। हसन ने कहा कि अखिलेश यादव की बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा के लोग बौखलाहट में हैं और उन्हें धमकी दे रहे हैं और गालियां दी जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्रियों की सुरक्षा घटा दी है। अखिलेश यादव की एनएसजी हटा ली गई है। सपा नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद ऐसा लगता है कि प्रजातंत्र सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार और पार्टी के लोग अखिलेश यादव के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के सलाहकार और प्रेस सलाहकार सोशल मीडिया पर सपा अध्यक्ष के खिलाफ नफरत फैलाने और चरित्र हनन का काम कर रहे हैं।
विधान परिषद में भी सपा सदस्यों के हंगामा के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। गौरतलब है कि शनिवार को कन्नौज जिले में अखिलेश यादव के एक कार्यक्रम में एक युवक ने सपा मुखिया से बेरोजगारी पर सवाल किया।
इस पर अखिलेश ने उससे पूछा कि क्या तुम भाजपा के आदमी हो? इसके बाद वह युवक जय श्री राम का नारा लगाने लगा। फिर सपा कार्यकर्ता उसकी पिटाई करने लगे थे। इस मौके पर अखिलेश ने कहा कि उनकी जान को खतरा है। उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा के एक नेता ने मुझे फोन और मैसेज करके जान से मारने की धमकी दी है। धमकी का मैसेज मोबाइल में सेव है। एक-दो दिन में इस संबंध में लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।