चिन्मयानंद के आश्रम में छाया सन्नाटा, पीड़िता को भी गिरफ्तारी का डर

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शाहजहांपुर। छात्रा के साथ यौन शोषण के आरोपी चिन्मयानंद को शुक्रवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। शनिवार को चिन्मयानंद के आश्रम के बाहर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा है। इधर, रंगदारी मामले को लेकर एसआईटी का सख्त रुख देखा जा रहा है। ऐसे में पीड़िता को अपनी गिरफ्तारी का डर भी सताने लगा है। दैनिक भास्कर प्लस ऐप टीम शनिवार को चिन्मयानंद के आश्रम, कॉलेज और पीड़िता के घर पहुंची। हर कोई चिन्मयानंद की करतूत पर हैरानी जताता देखा गया।

शाहजहांपुर केस सुर्खियों में आने के बाद पीड़िता के घर पर अमूमन सुबह से ही आने-जाने वाले लोगों का सिलसिला चलता रहता है। पीड़िता भी मीडियाकर्मियों से घिरी रहकर अपनी बात निडरता से करती रहती थी, लेकिन एसआईटी द्वारा चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के एक दिन बाद पीड़िता के घर पर खुशी का माहौल देखने को नहीं मिल रहा है। पीड़िता के घर के बाहर सुरक्षा में तैनात 3 पुलिसकर्मी दिखे। यहां अब किसी को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है।

किसी से मिलने बाहर नहीं आई पीड़िता
शुक्रवार को एसआईटी ने जब से रंगदारी मामले में पीड़िता के तीन दोस्तों की गिरफ्तारी की है तब से परिवार को पीड़िता की गिरफ्तारी का भी डर सता रहा है। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि पुलिस एक तरह से पीड़िता पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। शाहजहांपुर के पत्रकार आसिफ का कहना है कि अमूमन घर की छत पर कोई न कोई दिख जाता था। जब भी मीडियाकर्मी आए तो आराम से बातचीत भी हो जाती थी। लेकिन, आज पीड़ित परिवार बात करने से डर रहा है।

घर के माहौल से लगा यहां कोई नहीं रहता
आश्रम से लगभग 2 किमी दूरी पर गली में पीड़िता का घर है। पीड़िता का घर दोमंजिला बना है। पीड़िता के परिवार के साथ घर में चाचा का परिवार भी रहता है। यही वजह है कि घर में हलचल होती रहती है। लेकिन, आज माहौल बदला नजर आया। इधर, आश्रम के बाहर पुलिस की गाड़ी और गेट पर पुलिसकर्मी तैनात दिखे। 21 एकड़ में बने आश्रम के अंदर स्कूल में से ही चिन्मयानंद के आवास तक का रास्ता है। रोजाना उस रास्ते पर हलचल रहती थी, लेकिन आज सन्नाटा है।

मुमुक्षु आश्रम में छाया सन्नाटा
स्वामी चिन्मयानंद के एसएस काॅलेज में रोज की तरह छात्र-छात्राओं को आना-जाना लगा था। रोज की तरह यहां पढ़ाई की जा रही थी। चिन्मयानंद की गिरफ्तारी का काॅलेज में कोई असर नहीं दिखा। लेकिन, माहौल में सन्नाटा जरूर पसरा दिखा दिखा। छात्र- छात्राओं के जुबान पर गिरफ्तारी की चर्चाएं थीं।

छात्र बोले- अब यहां पढ़ने का मन नहीं कर रहा

नाम न छापने की शर्त पर कुछ छात्र-छात्राओं ने बताया कि गिरफ्तारी से पहले लग रहा था कि जिनके स्कूल में वह पढ़ते हैं, उसका मालिक गुनाहगार नहीं है। लेकिन, टीवी और अखबार में स्वामी चिन्मयानंद का बयान देखकर आश्चर्य हुआ। इस स्कूल में अब पढ़ने का मन नहीं हो रहा है। लेकिन मजबूरी है कि बीच से पढ़ाई नहीं छोड़ सकते हैं। जिंदगी का सवाल है।

शहर के लोग बोले- उनके प्रति आदर खत्म हुआ
स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के बाद आम जनता के बीच भी उनकी छवि ज्यादा ही धुमिल हो चुकी है। लोगों का कहना है कि अभी तक स्वामी चिन्मयानंद को सभी लोग संत, बीजेपी नेता और कालेज के मालिक के रूप मे देखते थे। उनके लिए हमारे दिलों मे बेहद आदर था। लेकिन किसी संत या फिर कालेज के मालिक का काम नही है कि वह अपने ही कालेज की छात्रा से तेल की मालिश कराए। संत भाजपा नेताओं और शिक्षा के मंदिर में आने वाले टीचर पर से भरोसा ही उठ गया है।

रंगदारी मामले में निर्दोष हूं: पीड़िता

पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मामले में पीड़िता के तीन दोस्तों को एसआईटी ने शुक्रवार को जेल भेज दिया। एसआईटी अब पीड़िता के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी कर रही है। इसको लेकर पीड़िता का कहना है कि एसआईटी दुष्कर्म मामले को हल्का करने के लिए उसे फंसाने की साजिश रच रही है। पांच करोड़ की रंगदारी उसके दोस्तों ने मांगी थी, वह निर्दोष है।

यह था मामला?
24 अगस्त को छात्रा ने वीडियो वायरल कर स्‍वामी चिन्‍मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद वह लापता हो गई। मामला चर्चा में आने पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया। पुलिस ने छात्र को राजस्‍थान से बरामद किया और कोर्ट में पेश किया। इसके बाद एसआइटी जांच के आदेश हुए। इस बीच 10 सितंबर को कुछ वीडियो वायरल हुए। छात्रा ने चिन्‍मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। चिन्मयानंद पर अपहरण का मुकदमा भी 27 अगस्‍त को दर्ज कराया जा चुका है। जबकि चिन्‍मयानंद के वकील ओम सिंह ने 22 अगस्‍त को पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कराया था।

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