वाराणसी/ प्रयागराज। पूर्वांचल में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से वाराणसी सहित आसपास के जिलों के दर्जनभर गांवों में गंगा का पानी घुस गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रयागराज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हेलीकाप्टर से हवाई सर्वे किया। सदर बाजार के कैंट हाईस्कूल में जाकर बाढ़ पीड़ितों का हाल जाना। मंच पर उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की।
इस मौके पर योगी ने कहा कि मध्य प्रदेश व राजस्थान के बांधों से छोड़े गए पानी से यमुना का जलस्तर यहां बढ़ा है। जल्द ही पानी घटेगा और राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को हर संभव राहत एवं मदद के लिए प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।
योगी ने कहा कि जनहानि एवं अन्य नुकसान के मुआवजे के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद वह वाराणसी और गाजीपुर भी जाएंगे।उनके साथ कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, सांसद केवरी देवी पटेल, रीता बहुगुणा जोशी, विधायक हर्षवर्द्धन वाजपेयी भी थे।
वाराणसी में जलस्तर बढ़ा
वाराणसी में गुरुवार को गंगा का जलस्तर 71.46 मीटर था। यहां, खतरे के निशान 71.26 मीटर को पार कर लिया है। 30 से अधिक गांव डूबे हैं। वरुणा पार इलाके के लोग पलायन करने को मजबूर हैं। वाराणसी में वर्ष 2016 के बाद यह पहला मौका है, जब गंगा ने वाराणसी में खतरा बिंदु को पार कर लिया है। इससे पहले 2013 को वाराणसी में गंगा ने खतरे का निशान पार किया था।
जलस्तर एक घंटा प्रति सेमी बढ़ रहा है। इस लिहाज से गंगा इस समय खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर हैं।