लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नेशनल पाॅपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ मोर्चा खोला। रविवार को उन्होंने कहा- अखिलेश ने कहा- हम सब यहां के नागरिक हैं। जरूरत पड़ी तो हम एनपीआर फॉर्म नहीं भरेंगे। हमसे फॉर्म कैसे भरवा लोगो। पहला मैं रहूंगा जो कोई फॉर्म नहीं भरूंगा। कार्यकर्ताओं से कहा- सवाल ये है कि आप साथ दोगे या नहीं?
अखिलेश बोले- हम एनपीआर फॉर्म नहीं भरेंगे तो बताओ क्या करेंगे आप? अगर नहीं भरेंगे तो हम और आप सब निकाल दिए जाओगे। लेकिन, हम फॉर्म तो नहीं भरेंगे। पूछा- बताओ भरोगे आप? जितने भारत के लोग हैं- पहले भारत को बचाओ। इनके पास नौकरी नहीं है, इसलिए ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। पूर्व सीएम यादव यहां सपा मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डरे हुए हैं, इसलिए अन्याय कर रहे
अखिलेश ने कहा- सीएम अपनी कुर्सी बचाने के लिए ही राज्य में अन्याय कर रहे हैं। उनके (योगी) खिलाफ 200 भाजपा विधायक धरने पर बैठ गए, जिसके बाद से ही वह डरे हुए हैं कि कहीं उनकी कुर्सी न चली जाए। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान भाजपा के असंतुष्ट 200 विधायक धरने पर बैठ गए। यह संख्या इससे भी ज्यादा है। सीएम से नाराज विधायक सभी लोगों के सम्पर्क में हैं।
सपा सरकार आते ही सारे केस वापस लिए जाने का ऐलान
समाजवादी छात्रसभा की बैठक के बाद अखिलेश ने कहा- “आज खुशी का दिन है। छात्रसंघ चुनाव जीतने वाले सभी नौजवानों को बधाई। भाजपा के लोगों ने नौजवानों को घेरा और तोड़फोड़ की। नौजवानों को पीटने वाले और एसओ को पीटने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई।” अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री जब मुकदमे वापस ले रहे हैं, तो आपके मुकदमे सरकार आते ही वापस होंगे।