गुना । नवरात्रि पर्व के दौरान राघौगढ़ की प्राकृतिक वादियों में स्थित देवी-देव स्थलों पर मां भगवती के जयकारों के बीच श्रद्धालुओं की त्याग-तपस्या भक्ति की जा रही है। विशेष रूप से प्राचीन देवगढ़ पहाड़ एवं अष्टभुजी खोंगरा में श्रद्धालुओं द्वारा नौ दिवसीय अखण्ड ज्योत एवं नवधा पारायण के बीच भक्ति का अद्भुत संगम बना हुआ है, जहां हजारों श्रद्धालु श्रद्धा के साथ मां के दरबार में आ रहे हैं। शहर की प्राकृतिक वादियां देवगढ़ पहाड़ पर विराजीं काली मैया का स्थान आस्था का अद्धभुत संगम बन चुका है। हर रोज मैया के दरबार में हजारों महिलाएं आस्था के साथ आ रही हैं। प्राचीन देवगढ़ पहाड़ पर विकसित काली मैया के मंदिर के संचालक रघुनाथ सिंह ठाकुर का परिवार नवरात्रि में ही नहीं, बल्कि हर रोज मैया की भक्ति में जुटा हुआ है। यहां श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूर्ण होने का सिद्ध स्थल बन चुका है। दूर-दूर तक पहाड़ पर दिखाई देने वाला देवगढ़ पहाड़ का मैया का मंदिर भक्ति का अद्धभुत केन्द्र बन चुका है, जहां राघौगढ़ ही नहीं, बल्कि दूर-दराज के श्रद्धालु काली मैया के दरबार में पंहुच रहे हैं ।