श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के चार दिनों के बाद शुक्रवार को शासन-प्रशासन ने लोगों को थोड़ी राहत मुहैया कराई। जम्मू जिले की डीएम सुषमा चौहान ने शुक्रवार को ऐलान किया कि जम्मू नगरपालिका सीमाओं तक सभी इलाकों से धारा 144 हटा ली गई है। शनिवार से जिले में स्कूल-कॉलेज खुलने लगेंगे। प्रशासन ने कहा कि कश्मीर के संवेदनशील इलाकों में अभी भी धारा 144 के तहत कड़ी सुरक्षा लागू है, लेकिन कुछ स्थानों पर इसमें ढील दी गई है।
इससे पहले प्रशासन ने राज्य में सुबह 11 से शाम 5 बजे तक बाजार खोलने के निर्देश भी दिए। शुक्रवार की नमाज के लिए लोगों को राहत दी गई है। उन्हें स्थानीय मस्जिदों में जाने की छूट दी गई। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी कश्मीरी को परेशानी न हो।
ईद के लिए जरूरी समान मुहैया कराया जाएगा। सभी जिलों में टीमों की तैनाती की गई है। लोगों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसका खयाल रखा जाएगा। अभी तक कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई है। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने शुक्रवार को कश्मीर के हालात का जायजा लिया। वे श्रीनगर के अस्पताल में मरीजों से भी मिलेे। उन्होंने कहा कि कश्मीर में ईद शानदार तरीके से मनाई जाएगी। यहां हालात तेजी से समान्य हो रहे हैं।
माकपा महासचिव शुक्रवार को श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचे। लेकिन, सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें हवाई अड्डे पर ही रोक लिया। येचुरी यहां अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात के लिए पहुंचे थे।
इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को श्रीनगर एयरपोर्ट पर रोक लिया गया था। उन्हें वापस दिल्ली लौटा दिया गया था। उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर भी थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक आशंका जताई गई है कि सरकार के विरोध में विपक्ष के नेता राज्य में विरोध प्रदर्शनों के लिए लोगों को उकसा सकते हैं। जम्मू-कश्मीर में 5 अगस्त से धारा-144 लागू की गई है।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार को कहा था कि पीएम ने लाल किले से घोषणा की थी कि हम कश्मीरियों को गोलियों से नहीं, बल्कि उन्हें गले लगाकर आगे बढ़ाएंगे, लेकिन आज कश्मीर में स्थिति बंदी शिविर के समान है। घाटी में मोबाइल और इंटरनेट बंद है, अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया।