कांग्रेस के दिग्गज नेता कुलदीप बिश्नोई की 150 करोड़ की संपत्ति जब्त

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गुरुग्राम के सिकंदरपुर में है कुलदीप बिश्नोई का होटल ‘द ब्रिस्टल’
गुरुग्राम। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पुत्र एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। चंद दिनों पूर्व हिसार में उनके निवास पर आयकर विभाग की छापेमारी शायद उनके जहन से निकली नहीं कि अब गुरुग्राम में उनके ब्रिस्टल होटल में छापेमारी की गई। आयकर विभाग ने यहां पर उनकी 150 करोड़ की यह संपत्ति जब्त कर ली है।

आयकर विभाग की छापेमारी 77 घंटे 45 मिनट तक चली थी
बताया जा रहा है कि यह संपत्ति कुलदीप बिश्नोई के भाई चंद्रमोहन के नाम है। जांच अधिकारियों के मुताबिक विभाग की दिल्ली बेनामी निषेध इकाई ने होटल सम्पत्ति को जब्त करने के आदेश जारी किए थे। आयकर विभाग की यह छापेमारी 77 घंटे 45 मिनट तक चली थी। हिसार निवास पर छापेमारी के बाद तो आयकर विभाग की टीम कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को अपने साथ दिल्ली भी पूछताछ के लिए लेकर गई थी। आयकर विभाग के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार बेनामी संपत्ति लेनदेन (निषेध) अधिनियम 1988 की धारा 24(3) के तहत कार्रवाई के आदेश जारी किए गए थे।

उल्लेखनीय है कि कर चोरी के आरोपों के बीच कुलदीप बिश्नोई व उनके परिवार के खिलाफ आयकर विभाग की कार्रवाई इसी साल जुलाई में शुरू की गई थी। उनके हिसार निवास समेत दिल्ली, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में 13 ठिकानों पर छापेमारी की गई। इस छापेमारी में आयकर विभाग को 200 करोड़ रुपये की अघोषित विदेशी संपत्ति और कर चोरी के पुख्ता सबूत मिले थे।

ब्राइट स्टार होटल प्रालि के नाम है होटल

गुरुग्राम में आयकर विभाग द्वारा जब्त की गई कुलदीप बिश्नोई एवं उनके बड़े भाई चंद्रमोहन की होटल संपत्ति का स्वामित्व ब्राइट स्टार होटल प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है। जिसमें 34 प्रतिशत शेयर ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड (बीवीआई) के हैं। यह कंपनी संयुक्त अरब अमीरात से संचालित होती है। आयकर विभाग की ओर से यह कार्रवाई जुलाई 2019 में कंपनी से जुड़ी जांच में मिले अहम सबूतों के आधार पर की है। इस जांच में विभाग को ऐसे सबूत मिले थे, जिससे कंपनी के स्वामित्व पर शक हुआ। ब्रिस्टल होटल के स्वामित्व को लेकर आयकर विभाग ने अनियमिततायें पाई थी। इसके बाद ही यह बेनामी संपत्ति जब्त की गई है।

अज्ञात नकद सौदे हुये
आयकर विभाग की ओर से बताया गया कि अब तक मिले सबूतों से यह भी खुलासा हुआ है कि अचल संपत्तियां के लेन-देन और निर्माण में व्यापक पैमाने पर अज्ञात नकद सौदे हुये हैं। साथ ही भारत में अर्जित काला धन विदेशी ट्रस्टों और विदेशों में स्थित कंपनियों के नाम पर संपत्तियां खरीदकर विदेशों में धन पहुंचाया गया। यह काले धन की श्रेणी में आता है। इस सब खुलासों के बीच कुलदीप बिश्नोई परिवार का इतनी जल्दी पीछा नहीं छूटने वाला।

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