कालका(पंचकूला)। केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को पाकिस्तान को कड़े शब्दों में जवाब दिया। सिंह ने कहा, पाकिस्तान से भारत अनुच्छेद-370 और -35ए के मुद्दे पर हरगिज बात नहीं करेगा। अगर वार्ता हुई तो केवल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुद्दे पर होगी। पाकिस्तान से आतंकवाद को खत्म करने के मुद्दे पर भी बात होगी। अनुच्छेद-370 पर अमेरिका भी पाकिस्तान को फटकार लगा चुका है।
‘आगे जो भी बात होगी पीओके पर होगी’
रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं यकीन दिलाना चाहता हूं कि सरकार रहे न रहे, भारत माता का मस्तक झुकने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोग कहते हैं कि दोनों देशों के बीच बात होनी चाहिए। किस बात पर बात होनी चाहिए? कौन सा मुद्दा है, क्यों बात होनी चाहिए? उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से बात तभी होगी जब वह अपनी धरती से संचालित आतंकवाद को खत्म करेगा। अगर ऐसा नहीं है तो फिर पाकिस्तान से बात करने का कोई कारण नहीं है। राजनाथ ने कहा कि आगे भी जो बातचीत होगी, अब वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर बात होगी और किसी मुद्दे पर बात नहीं होगी।
आशीर्वाद यात्रा को दिखाई हरी झंडी
केंद्रीय रक्षामंत्री ने यह बात यहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जन आशीर्वाद यात्रा के शुरू होने के मौके पर आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। सिंह ने जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 8 सितंबर को रोहतक में यात्रा के समापन मौके पर विजय संकल्प रैली होगी। इस रैली को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संबोधित करेंगे।
भाजपा अपने वादों को करेगी पूरा
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने घोषणापत्र में जो वादे किए थे उसे पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी कृतसंकल्प हैं। अनुच्छेद-370 व 35-ए को समाप्त करने से पहले कुछ लोग कहते थे कि यदि इससे छेड़छाड़ की तो देश बंट जाएगा और दंगे होंगे। भाजपा वोट बैंक की नहीं बल्कि अपना वचन निभाने की राजनीति करती है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 व 35-ए को खत्म करके अपने वचन को भाजपा ने पूरा किया है।
अनुच्छेद-370 खत्म होने से पड़ोसी पूरी तरह बौखलाया हुआ है। वह अनुच्छेद-370 को लेकर दुनिया के हर देश का दरवाजा खटखटा रहा है, लेकिन उसे हर जगह दुत्कार मिल रही है। पड़ोसी देश आतंकवाद के जरिये भारत को कमजोर करने की कोशिश करता है, लेकिन देश की सेनाएं आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही हैं। पुलवामा हमले का भारतीय सेनाओं ने जैसा जवाब दिया उससे पूरी दुनिया परिचित है।