बेंगलुरु। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने केंद्र सरकार से राज्य में बाढ़ और बारिश से प्रभावित क्षेत्रों के लिए 10,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता तुरंत जारी करने का आग्रह किया है। उन्होंने मंगलवार सुबह शिवमोग्गा के तीर्थहल्ली तालुक में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार शीघ्र ही बाढ़ प्रभावित जिलों के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा करेगी। बता दें, पिछले दिनों गृहमंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी प्रदेश का दौरा करने पहुंची थीं।
कॉलेजों की छुट्टी घोषित
उधर, जिलाधिकारी डॉ. बगदी गौतम ने 13 और 14 अगस्त को चिक्कमगलुरु, मुदिगेरे, श्रृंगेरी, कोप्पा और एनआर पुरा तालुकों के स्कूलों और कॉलेजों की छुट्टी की घोषणा कर दी है। पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश ने सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए कुछ स्कूलों को राहत केंद्रों में बदल दिया गया है इसलिए स्कूलों और कॉलेजों की छुट्टी घोषित कर दी गई है।
48 लोगों की अब तक हो चुकी है मौत
दक्षिण कन्नड़ के जिलाधिकारी शशिकांत सेंथिल के अनुसार क्षेत्र में बारिश में काफी कमी आने के कारण मंगलवार को स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश नहीं रहेगा। वहीं बेलगाम के रायबाग तहसील में एक विशालकाय मगरमच्छ एक घर की छत पर जा बैठा। लोगों ने इस घटना को कैमरे में कैद कर लिया। कलबुर्गीऔर यादगीर में भीमा नदी में पानी का प्रवाह कम होने के बाद राहत शिविरों से लोग अपने गांवों में लौट रहे हैं। बाढ़ और भारी बारिश के चलते बेलगावी जिला बुरी तरह प्रभावित हुआ है। विराजपेट और कोडगु में लापता हुए सात लोगों के लिए एनडीआरएफ के जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।
अबतक बाढ़ जनित हादसों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 48 हो गई है और राज्य में बाढ़ प्रभावित गांवों से 6.73 लाख लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। भारी बारिश के चलते कर्नाटक के 17 जिलों के 86 तालुकों के कुल 2,694 गांव प्रभावित हुए हैं। मैसूरु के नंजनगुड में अब स्थिति सामान्य हो रही है।