- इकट्ठा हुए लोगों ने मांग की है कि उन्हें उनके गांव जाने दिया जाए
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोगों की शिकायत है कि उन्हें खाने की चीजें नहीं मिल रहीं
मुंबई। कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के कारण आज देश में लॉकडाउन (Lockdown) की अंतिम तारीख को तीन मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इस बीच महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजधानी मुंबई में बांद्रा स्टेशन पर हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूरों की भीड़ घर जाने के लिए इकट्ठा हो गई। यहां वे अपने-अपने घर जाने देने की मांग करने लगे। भीड़ (crowd) को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। स्थानीय नेता के कहने पर भीड़ तितर-बितर हो गई।
आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार पर फोड़ा ठीकरा
महाराष्ट्र में उत्पन्न हुई स्थिति को लेकर शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में 6 लाख लोग शेल्टर्स में रह रहे हैं। केंद्र सरकार के सामने मामला रखा गया था कि इन लोगों को घरों तक पहुंचने की कोशिश की जाए। उनके पास खाना नहीं है और वे घर जाना चाहते हैं। बांद्रा में इकट्ठा हुए लोग अब चले गए हैं लेकिन यह स्थिति इसलिए हैं क्योंकि केंद्र सरकार ने बात नहीं सुनी।
3 मई तक देश में लॉकडाउन
देशभर में जारी कोरोना कहर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ाने का फैसला लिया है। कोरोना वायरस लॉकडाउन के 21वें दिन देश के नाम संबोधन में मंगलवार को सुबह 10 बजे पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए देश में 3 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल के बाद कुछ सीमित सेक्टर्स में सशर्त सीमित छूट दी जा सकती है।
महाराष्ट्र में कोरोना से 2455 लोग संक्रमित
महाराष्ट्र में कोरोना के 2455 संक्रमित केस आ चुके हैं। वायरस से 160 लोगों की मौत हो चुकी है। मुंबई में सबसे ज्यादा 1540 लोग संक्रमित हैं। इसके बाद नासिक में 33 और नागपुर में 39 लोग कोरोना संक्रमित हैं।
दिहाड़ी करने वाले मजदूर हैं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टेशन पर इकट्ठा हुए लोग दिहाड़ी करने वाले मजदूर हैं। लॉकडाउन के बाद उनकी कमाई का जरिया बंद हो गया। 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने वाला था, लेकिन पीएम मोदी के ऐलान के बाद लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है।