नयी दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना में जारी खींचतान के बीच देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया है। फडणवीस ने अपने मंत्रियों के संग राजभवन पहुंच कर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना इस्तीफा पत्र सौंपा।
राज्यपाल ने फडणवीस का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो रहा है। इसके साथ ही महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने की आशंका बढ़ गई है, क्योंकि अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि प्रदेश में भाजपा और शिवसेना मिलकर कैसे सरकार बनाएंगे।
गठबंधन को मिला था जनादेश-फडणवीस
इस्तीफे के बाद फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ढाई ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई वादा नहीं हुआ था। महाराष्ट्र में जनादेश गठबंधन को मिला था।
राऊत राकांपा प्रमुख शरद पवार से मिलने पहुंचे
उधर फडणवीस के इस्तीफा देने की खबर मिलते ही शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत राकांपा प्रमुख शरद पवार से मिलने उनके मुंबई स्थित आवास पहुंचे हैं।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव का परिणाम घोषित हुए 15 दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक सरकार बनाने को लेकर गतिरोध कायम है। शिवसेना मुख्यमंत्री पद की मांग को लेकर अड़ी हुई है।
क्या है सीटों का गणित
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 105, शिवसेना 56, राकांपा 54, कांग्रेस 44, बहुजन विकास अघाड़ी 03, सपा 02, एआईएमआईएम ने 02 सीटें जीती हैं। 13 निर्दलीय भी विधानसभा में पहुंचने में कामयाब हुए हैं, जबकि अन्य छोटे दलों के 11 विधायक हैं। 13 निर्दलीय विधायकों में से आठ ने शिवसेना को और पांच ने भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की है।
विधायक होटल शिफ्ट
वहीं महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि कुछ नेताओं ने कांग्रेस के विधायकों को तोड़ने के लिए 25 करोड़ का ऑफर दिया है। हॉर्स ट्रेडिंग के डर से कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को जयपुर के एक रिजॉर्ट में ठहराया है। जबकि इसके पहले हार्स ट्रेडिंग के डर से शिवसेना ने भी अपने विधायकों को होटल में शिफ्ट करा दिया है।