लखनऊ। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश द्विवेदी ने स्कूलों में बांटे जा रहे मिड डे मिल और यूनिफार्म की जांच के लिए उडन दस्तों का गठन करने का आदेश दिया है। मंत्री ने कहा है कि विभाग से मिड मिल बांटे जोन को लेकर एक्शन प्लान तलब किया है। उसके बाद और कठोर कदम उठाए जाएंगे।
कार्यभार संभालते ही बेसिक शिक्षा मंत्री ने अपना पहला फरमान जारी किया है। यूपी के करीब 1।5 लाख सरकारी प्राइमरी स्कूल के करीब डेढ़ करोड़ बच्चे अब सुबह की प्रार्थना के साथ ही योग भी करेंगे।
मंत्री सतीश द्विवेदी ने अधिकारियों से कहा है कि वे इस बात को सुनिश्चित कराएं कि सभी स्कूलों में सुबह होने वाली प्रार्थना सभा के दौरान 15 मिनट का योग सत्र भी हो। इतना ही नहीं स्कूल खत्म होने से पहले छात्रों को 15 मिनट पीटी क्लास भी करनी होगी।
मिड डे मील की जांच के लिए उड़नदस्ता
उत्तर प्रदेश के मंत्री ने हाल ही में मिर्जापुर के शीयुर के एक प्राथमिक स्कूल में छात्रों को मिड डे मील में नमक रोटी परोसे जाने के मामले को भी गंभीरता से लिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी स्कूलों में मिड डे मील की गुणवत्ता की जांच के लिए उड़नदस्ते (फ्लाइंग स्क्वॉड) का गठन करे। इन उड़नदस्तों की मदद से स्कूलों में मिड डे मील, किताबें, जूते-मोज़े, स्कूल बैग और यूनिफार्म की जांच भी की जाएगी। इतना ही नहीं मंत्री ने वर्ष 2022 तक सभी स्कूलों के थर्ड पार्टी ऑडिट के लिए भी एक्शन प्लान तलब किया है।
यह है मामला
यूपी के मिर्जापुर जिले से एक शर्मनाक घटना सामने आई थी। जिले के एक प्राथमिक स्कूल के अंदर कम से कम 100 बच्चों को मिड-डे मील के नाम पर नमक और रोटी बांटा गया थी। बच्चों को नमक और रोटी बांटे जाने का विडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद दो शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया था।