लखनऊ । झूठ की नाव पर सवार कांग्रेस, भ्रम की पतवार के सहारे मझधार में फंसी अपनी नाव को किनारे लगाने की कोशिश कर रही है लेकिन यह पागलपन के सिवाय कुछ नहीं है। नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर आमजन को भ्रम में डालने की कांग्रेस की कोशिश कभी सफल नहीं हो सकती। उसको आज समझने की जरूरत है कि पार्टी से राष्ट्र सर्वोपरि है। ये बातें भाजपा के सुशासन समिति के उत्तर प्रदेश प्रमुख और प्रदेश प्रवक्ता चंद्र भूषण पांडेय ने बुधवार को कही।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर देश की परंपरा, संस्कृति, विरासत से सीखने को तैयार नहीं है तो उसे बाल गंगाधर तिलक, पंडित मदन मोहन मालवीय, महात्मा गांधी से ही कुछ सीखने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह समझना होगा, देश में लोकतंत्र है, राजतंत्र नहीं। उन्होंने कहा कि जिस कानून में मुस्लिम शब्द है ही नहीं, उसमें मुस्लिम समुदाय के विरोध का सवाल कहां उठता है लेकिन इस बात को गौण कर कांग्रेस हर वक्त देश को उपद्रव की आग में झोंके रखना चाहती है।
भाजपा के सुशासन समिति प्रमुख ने कहा कि लोकतंत्र को आज की तिथि में कोई बंधक नहीं बना सकता। यह कार्य सिर्फ इंदिरा गांधी के नाम ही जुड़ा है, जिन्होंने आपात काल देश पर थोपा था। देश की संसद यदि कानून बनाती है तो उसे लागू करना ही होगा। संविधान की दुहाई देने वाली कांग्रेस आज यह भूल कर रही है कि वह खुद संविधान का उल्लघंन कर अपनी राजसी मानसिकता को उजागर कर रही है।