लखनऊ। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में प्रदेश सरकार अब धर्मगुरुओं का भी सहयोग लेने जा रही है। उनके जरिए न सिर्फ आम जनता से लॉकडाउन में पूरी सतर्कता बरतने की अपील की जाएगी। बल्कि तब्लीगी जमात के कारण मौजूदा स्थिति को देखते हुए कार्यक्रम में शरीक होकर वापस लौटे लोगों, उनके करीबियों तथा अन्य संदिग्धों को लेकर भी जानकारी देने की अपील की जाएगी। इससे सरकार को कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके मद्देनजर 05 अप्रैल को प्रत्येक जनपद के चार—पांच धर्मगुरुओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक करेंगे। इसमें उनसे सहयोग की अपील की जाएगी।
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि इसके एक दिन बाद समाज के गणमान्य लोगों के साथ भी मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक करेंगे।
वहीं कोरोना वायरस से बचाव और सुरक्षा कार्यों को लेकर अब प्रत्येक जनपद में जहां-जहां फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां हैं, उनका भी सैनेटाइजेशन के लिए प्रयोग करने हेतु कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि जनपदों के जो हॉटस्पॉट हैं, उन पर जिलाधिकारी मेहनत करके संक्रमण का लोड कम करें।
3,471 लोग मेडिकल क्वारंटाइन में
अब तक चिकित्सा विभाग के माध्यम से 24 घंटे में 1,191 लोगों को ‘मेडिकल क्वारंटाइन में रखा गया है और कुल 3,471 लोग मेडिकल क्वारंटाइन’ में रखे गए हैं। 24 घंटे में ग्रामीण क्षेत्रों में 1,525 लोगों को होम क्वारंटाइन’ में रखते हुए कुल 3,58,414 लोग रखे गए हैं। नगरीय क्षेत्र में पिछले 24 घंटे में 2,099 लोगों को ‘होम क्वारंटाइन में रखते हुए लगभग 24,100 लोग होम क्वारंटाइन’ में रखे गए हैं।
आश्रय स्थलों में 80,241 लोगों को ठहराया
राजस्व विभाग के माध्यम से 1,517 आश्रय स्थल बने थे जिनमें 49,187 लोग रह रहे थे। अब आश्रय स्थलों की संख्या बढ़कर 2,231 हो गई है, इनमें 80,241 लोग रह रहे हैं। अब बड़ी संख्या में आश्रय स्थल बन गए हैं, कुछ जगहों से लोगों के आश्रय स्थलों को छोड़ कर जाने की सूचना मिली थी, वहां सख्ती बरतने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
साढ़े आठ लाख से अधिक लोगों के लिए भोजन का इंतजाम
धार्मिक तथा सामाजिक संगठनों और सरकार द्वारा निर्मित कम्युनिटी किचन के माध्यम से कल तक कुल 8,64,000 लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई। कुछ जनपदों में जहां सरकारी कम्युनिटी किचन अभी तक नहीं खुले हैं वहां मुख्यमंत्री द्वारा तत्काल कम्युनिटी किचन खोलने के सख्त निर्देश जिलाधिकारियों को दिए गए हैं।
8287 एफआईआर दर्ज, 1.10 करोड़ जुर्माना वसूला
इसके साथ ही जेलों के माध्यम से जो 11,000 कैदी, बेल या पैरोल पर छोड़े जाने थे उनमें से अब तक 10,430 कैदी छोड़ दिए गए हैं। जुवेनाइल व पेटी ऑफेंसेज में 248 बच्चों को छोडऩे की व्यवस्था की जा रही है।
धारा 188 में कुल 8,287 एफआईआर दर्ज करते हुए 26,844 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। 5,301 बैरियर स्थापित करके 9,88,223 वाहनों की जांच की गई है। 2,08,470 वाहनों का चालान करते हुए 15,280 वाहन सीज किए गए हैं। कुल 4.10 करोड़ जुर्माना वसूल किया गया हैं।
कालाबाजारी-जमाखोरी को लेकर 187 पर कार्रवाई
कालाबाजारी और जमाखोरी के खिलाफ 127 एफआईआर दर्ज करते हुए 187 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 306 विदेशी चिन्हित किए गए हैं और 36 एफआईआर दर्ज करते हुए 228 फॉरेनर्स का पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है। इनमें से जो भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, उनकी ट्रैकिंग, चिकित्सीय व्यवस्था व जहां यह पाए गए हैं उस जगह का इंस्पेक्शन कर, इंफेक्शन का लोड कम करने का कार्य, स्वास्थ्य विभाग द्वारा बहुत मजबूती से किया जा रहा है।
40000 से ज्यादा वाहनों से हो रहा फल-सब्जी वितरण
इसके साथ ही वितरण की व्यवस्था में और भी ज्यादा सुधार कर दिया गया है। फल और सब्जी वितरण के लिए अब तक 14,226 मोटराइज्ड मोबाइल वैन हैं और ठेला गाडिय़ां 26,965 हैं। कुल 41,191 वाहनों के माध्यम से फल-सब्जी का वितरण किया जा रहा है।
27 लाख लीटर दूध का वितरण
40,53,000 लीटर दूध का उपार्जन करते हुए 27,19,000 लीटर दूध का वितरण कर दिया गया है। 17,818 लोगों द्वारा डोर-टू-डोर, दूध की डिलीवरी की जा रही है। 20,514 किराना स्टोर्स के माध्यम से 47,967 लोगों के द्वारा होम डिलीवरी की जा रही है। इसके साथ ही 40,31,000 राशन कार्ड के माध्यम से 1.75 करोड़ यूनिट्स को 92,681 मीट्रिक टन अनाज का वितरण किया है। इसमें मनरेगा के श्रमिक, लेबर डिपार्टमेंट के रजिस्टर्ड लेबर और म्युनिसिपैलिटी के दैनिक श्रमिकों के साथ अंत्योदय व नॉर्मल राशन कार्ड पर भी राशन का वितरण किया गया है।
लॉकडाउन में चालू हुई 3,718 इकाइयां
प्रदेश में अब तक 22,719 इकाइयों से सम्पर्क किया गया है और 19,815 ने वेतन बांट दिया है। जो शेष 2,904 इकाइयां हैं, वह भी कार्रवाई कर रही हैं। 4,333 शुरू करने योग्य इकाइयों में से 3,718 इकाइयों को शरू कर दिया गया है। काफी हद तक इकाइयों को पास जारी करके उनकी समस्या हल कर दी गई है।
स्वास्थ्य को लेकर कई यूनिट कई शुरू
पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) बन रहे हैं, उनकी 31 इकाइयां क्रियाशील हो गई हैं और दो इकाइयों को शीघ्र ही क्रियाशील किया जा रहा है। सैनेटाइजर की 59 यूनिट क्रियाशील हो गई हैं तथा करीब 7 और यूनिटों को ज्यादा क्रियाशील किया जा रहा है। मेडिकल इक्विपमेंट की 410 यूनिट क्रियाशील हो गई हैं लगभग 42 यूनिट को आगे और क्रियाशील किया जाएगा।