लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि लखनऊ में उनके नाम पर चिकित्सा विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। यह विश्वविद्यालय देश का अनूठा व इकलौता होगा, जिसकी इमारत को ‘कमल’ जैसा आकार दिया जाएगा। इसमें हर साल 20,770 विद्यार्थी पंजीकृत होंगे। यहां कदंब, मौलश्री व पारिजात जैसे वृक्षों से ग्रीन बेल्ट बनेगा। परिसर में फव्वारे विश्वविद्यालय की भव्यता बढ़ाएंगे।
50 एकड़ भूमि में बनेगा अटल विश्वविद्यालय
अटल चिकित्सा विश्वविद्यालय के लिए सरकार ने 50 एकड़ भूमि चिकित्सा शिक्षा विभाग को आवंटित की है। यह भूमि 18 दिसंबर को विभाग को मिल भी गई है। इससे सरकारी, गैर सरकारी व अर्द्ध सरकारी क्षेत्र के 40 मेडिकल कॉलेज, 17 डेंटल कॉलेज और 299 नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेजों के कुल 20,770 विद्यार्थी हर साल पंजीकृत होंगे।
ये होंगी सुविधाएं
चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ. केके गुप्ता ने बताया- विश्वविद्यालय का भवन करीब 200 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा। पहले चरण में प्रशासनिक भवन, ऑडिटोरियम, संग्राहलय, अतिथि गृह, आवास व अन्य निर्माण किए जाएंगे।
ग्रीन एनर्जी से जगमगाएगा विश्वविद्यालय
डॉक्टर गुप्ता ने बताया कि, विश्वविद्यालय का भवन ग्रीन एनर्जी तकनीक से बनाया जाएगा, जिससे 65 फीसद ऊर्जा की बचत होगी। विश्वविद्यालय में बनने वाले ऑडिटोरियम में 1500 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा एक लाइब्रेरी भी बनेगी। जिसमें दो लाख किताबों का संग्रह होगा। प्ले ग्राउंड, साइकिल ट्रैक के साथ पैदल चलने का अलग रास्ता भी बनेगा।