लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के यहां बुधवार नए वर्ष पर अभिनंदन एवं शुभकामना देने वाले लोगों का तांता लगा रहा। इस अवसर पर सभी के सुख समृृद्धि की कामना करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि नया सवेरा और नववर्ष राज्य की जनता का तभी आएगा, जब भाजपा की सरकार बदल जाएगी। अभी तीन वर्ष भी नहीं हुए, जबकि भाजपा के प्रति जनता का भरोसा उठ गया है। उन्होंने कहा कि सन् 2022 में जन विश्वास तोड़ने के कारण सत्ता से भाजपा का हटना अवश्यभावी है।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा संविधान का भी सम्मान नहीं करती है। संविधान में किसी के प्रति भेदभाव जैसी भी नहीं है, जबकि भाजपा भेदभाव कर रही है। भाजपा न हिंदू धर्म को जानती है और न उसे मानती है। भाजपा की सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में समाज को बांटने और लोगों को परेशान करने का ही काम किया है। भाजपा ने देश में आर्थिक संकट पैदाकर दिया है। रोजगार कहां? किसानों का भविष्य अधर में है। भाजपा का शौचालय धोखा है। नौजवान समाजवादी पार्टी का दिया लैपटाप आज भी चला रहे हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर तीनों व्यवस्थाएं साजिश हैं और भारतीयों के विरूद्ध है। भाजपा की राज्य की जनता के प्रति कोई संवेदना नहीं है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की व्यवस्था संविधान में है। इसको कोई छीन नहीं सकता है। अखिलेश यादव ने आव्हान किया कि सन 2022 में समाजवादी सरकार बनाने के लिए अभी से सभी को जुट जाना चाहिए। नोटबंदी-जीएसटी ने जनता की मुसीबतें बढ़ाई हैं। भाजपा सरकार ने नव वर्ष में जनता की खुशियों पर आाघात करते हुए रेल किराया, बस किराया बढ़ाने के साथ घरेलू गैस के दाम 19 रुपये तक बढ़ा दिए हैं। उन्होंने कहा कि अब एनपीआर की मुसीबत आ गई है।
अखिलेश यादव को शुभ कामना देने वाले प्रमुख लोगोें में नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन, राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व मंत्री ब्रहमाशंकर त्रिपाठी, शैलेन्द्र यादव ललई एवं वनवारी लाल कंछल, प्रदेश कोषाध्यक्ष राजकुमार मिश्र शामिल थे।