लखनऊ ( छविनाथ यादव)। राजधानी के परिवर्तन चौक पर नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) का विरोध करने के लिए गुरुवार को अपराह्न करीब पांच हजार प्रदर्शनकारी एकत्रित हुए और हजरतगंज की ओर मार्च निकालने की जिद पर अड़ गए। जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की तो कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने कुछ वाहनों, मीडिया के लोगों के ओवी वैन को भी जलाने की कोशिश की। इसके अलावा लखनऊ में अलग-अलग जगहों पर हिंसा हुई। प्रदर्शनकारियों ने पहले मदेयगंज पुलिस चौकी को आग के हवाले किया और इसके बाद ठाकुरगंज क्षेत्र में सतखण्डा पुलिस चौकी फूंक दी।
विस्मिल और अशफाक के शहादत दिवस पर सीएए और एनआरसी का विरोध करने के लिए विभिन्न मुस्लिम संगठनों के ऐलान की जानकारी लखनऊ के एलआईयू को लगी थी। इसके मद्देनजर पूर्वाह्न 11 बजे ही परिवर्तन चौक पर पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, पुलिस महानिरीक्षक डीके ठाकुर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी समेत भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। अपराह्न दो बजे तक परिवर्तन चौक पर पूरी तरह से पुलिस का नियंत्रण था, लेकिन तीन बजते ही प्रदर्शनकारियों की भारी संख्या परिवर्तन चौक पर पहुंचने लगी। लगभग पांच हजार प्रदर्शनकारियों के अचानक से परिवर्तन चौक पर पहुंचने पर पुलिस बल कम पड़ गया। इस पर पुलिस अधीक्षक विकास चन्द्र ने मौके से भारी पुलिस बल की मांग की। इसके बाद भारी पुलिस बल के पहुंचने पर प्रदर्शनकारियों को हटाया जाने लगा। इसके बाद हजरतगंज क्षेत्र में मौजूद लोगों को गलियारे से निकलने और किसी भी प्रकार से दहशत में ना आने की एसएसपी ने माइक से अपील की।
इसके बावजूद प्रदर्शनकारी हजरतगंज की ओर जाने के लिए अड़ गए जिन्हें रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसी बीच प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों ने पुलिस वालों पर पत्थरबाजी कर दी। प्रदर्शनकारी भारी संख्या में बेगम हजरत महल पार्क में जा घुसे और वहां से भी पत्थरबाजी करने लगे। डीजीपी ओपी सिंह ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार से डरने की जरुरत नहीं है। जो लोग बाजार में मौजूद हैं, वे आराम से अपने घरों की ओर जाएं। इसके बाद डीजीपी सिंह हजरतगंज चौराहे की ओर बढ़े तो उनके पीछे पुलिस के आला अधिकारी भी बढ़ चले। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा कि परिवर्तन चौक से होने वाले विशाल मार्च को रोका गया है। बाजार में मौजूद लोगों से उनके आवास की ओर जाने की अपील की गई है।
डीजीपी बोले पुलिस की चूक नहीं
पुलिस महानिदेशक ओमप्रकाश सिंह ने स्वयं हेलमेट पहनकर स्थिति को नियंत्रण करने के बाद मीडियाकर्मियों से कहा कि हमारी पुलिस से कोई चूक नहीं हुई है। राजधानी में स्थिति जल्द नियंत्रण में होगी।
शहर के प्रमुख बाजारों में दुकानें हुईं बंद लखनऊ शहर में प्रदर्शनकारियों के बवाल को देखते हुए हैदरगंज, बाजारखाला, बुलाकी अड्डा, चौक, डालीगंज, आईटी चौक, विश्वविद्यालय मार्ग, अमीनाबाद, नजरबाग, कैसरबाग, लालबाग, पुराना आरटीओ, नगर निगम चौक, हजरतगंज, जनपथ मार्केट के प्रमुख बाजारों में दुकानें बंद हो गयी। बाजारों में मौजूद लोगों को जब हिंसक प्रदर्शन की जानकारी लगी तो वे भी खरीददारी छोड़कर अपने अपने स्थानों को चल दिये।