लखनऊ । प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने निर्देश दिये हैं कि जनपदों में संचारी रोगों से बचाव हेतु समस्त निवारक कार्यों को प्राथमिकता से कराया जाये। रोग से बचाव हेतु निवारण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अधिकारी व्यक्तिगत रूचि लेकर अपने उत्तरदायित्वों एवं कर्तव्यों का पालन करें तो इससे सकारात्मक परिवर्तन अवश्य होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी कर्मचारी द्वारा यदि जन प्रतिनिधियों अथवा अन्य किसी के द्वारा सिफारिशी पत्र प्रेषित किया जाता है तो उस कर्मचारी की सेवा पुस्तिका में दर्ज किया जायेगा। प्रदेश में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। हम लोगों को इस दिशा में अभी और कार्य करने की आवश्यकता है। सिस्टम को और अधिक सुदृढ़ करने हेतु आपलोगों द्वारा ओनरशिप लेकर कार्य किया जाये। उन्होंने कहा कि आप लोग ही स्वास्थ्य विभाग को उन्नति की दिशा में आगे ले जा सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री आज कैसर बाग स्थित स्वास्थ्य भवन में विभागीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। बैठक में संयुक्त निदेशकों द्वारा जनपदवार उनको आवंटित जनपद की भौतिक प्रगति के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण किया गया। मंत्री जी जनपद में किये जा रहे कार्यों से अवगत होते हुए उसे और बेहतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक चिकित्सालय में साफ-सफाई एवं आवश्यक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता प्रत्येक दशा में सुनिश्चित हो। लार्बीसाइडल स्प्रे का छिड़काव तथा फागिंग आदि प्राथमिकता से कराया जाये। उन्होंने बाढ़ की दशा में जनपद स्तर पर बाढ़ के दौरान संक्रामक रोगों से बचाव हेतु औषधियों की उपलब्धता एवं अन्य तैयारियों को समय से सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं।
बैठक में बताया गया कि संचारी रोग से बचाव हेतु गांव स्तर पर माइक्रोप्लान के अनुसार अन्तर्विभागीय समन्वय के साथ सभी कार्य किये जा रहे हैं। संचालित अभियान की तीन स्तर से मॉनीटरिंग की जा रही है।
बैठक में निदेशक (प्रशासन) पूजा पाण्डेय, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं डॉ0 पद्माकर सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।