लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वरिष्ठ काबीना मंत्री बलराम यादव को आज मंत्रिमण्डल से बर्खास्त कर दिया। उनके खिलाफ यह कार्रवाई माफिया सरगना मुख्तार अंसारी के दबदबे वाले कौमी एकता दल के सपा में विलय में भूमिका निभाने के आरोप में की गई है। राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘भाषा को बताया कि मुख्यमंत्री ने माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव को मंत्रिमण्डल से बर्खास्त कर दिया गया है। हालांकि, यादव की बर्खास्तगी का कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है लेकिन सपा के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री कौमी एकता दल का सपा में विलय कराने में यादव की सक्रिय भूमिका से खफा थे, इसलिए उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।
मालूम हो कि कौमी एकता दल के अध्यक्ष अफजाल अंसारी ने दो दिन पहले ‘भाषा से बातचीत में कहा था कि बलराम यादव विधान परिषद और राज्यसभा के हालिया सम्पन्न चुनाव से पहले गत नौ जून को उनसे उनके आवास पर मिले थे और उनसे सपा का साथ देने को कहा था।
कौमी एकता दल का आज सपा में औपचारिक विलय हो गया। कौमी एकता दल पूर्वांंचल में राजनीतिक प्रभावी रखने वाली पार्टी है और माफिया सरगना मुख्तार अंसारी मऊ से और उनके रिश्तेदार सिबगतउल्ला अंसारी मुहम्मदाबाद सीट से विधायक हैं।
मुख्तार हत्या समेत कई आरोपों में पिछले कई साल से जेल में हैं। कौमी एकता दल के सपा में विलय के बाद विपक्षी दलों को सपा की घेराबंदी करने का नया मौका मिल गया है।