लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द होने एवं योगी सरकार के विरोध पर नाराज शिक्षामित्रों का लखनऊ के लक्ष्मण मेला पार्क पर सत्याग्रह आंदोलन शुरू, शिक्षामित्रों का दावा है कि पूरे प्रदेश से करीब 1 लाख 70 हजार की संख्या में शिक्षामित्र लखनऊ पहुंच रहे हैं। हालांकि पुलिस शिक्षामित्रों को शहर के बाहर ही रोकने की कोशिश कर रही है। रास्ता रोकने से नाराज शिक्षामित्रों ने कई जगह सड़क जाम कर दिया है। ये सत्याग्रह आंदोलन लक्ष्मण मेला पार्क में शुरू किया जा रहा है। इसको देखते हुए प्रशासन ने लखनऊ में धारा 144 लगी दी है।
महाप्रदर्शन की शुरूआत…
- शिक्षामित्रों ने जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद सत्याग्रह की शुरुआत की। सुरक्षा के मद्देनजर धारा 144 लगा दी गई है। कई जिलों से हजारों की तादाद में शिक्षा मित्र लक्ष्मण मेला स्थान पर पहुंच चुके हैं।
- लखनऊ में होने वाले सत्याग्रह को लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। स्थानीय रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। बताया जा रहा है कि अधिकतर शिक्षा मित्र रविवार देर शाम ही लखनऊ पहुंच गए हैं।
- प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ल ने बताया कि दो हजार से अधिक शिक्षा मित्र लखनऊ निकल चुके हैं। अधिकतर निजी वाहनों से गये हैं।
- आजमगढ़ में संयुक्त शिक्षा मित्र संघर्ष समिति के संयोजक हरेंद्र सिंह, देवसी प्रसाद यादव ने कहा कि जिला मुख्यालय पर सत्याग्रह आंदोलन का कल अंतिम दिन था।
- अभी नहीं तो कभी नहीं नारे के साथ लक्ष्मण मेला पार्क में अनिश्चितकाल के लिए धरना के लिए डटे रहना होगा। जब तक मांग पूरी हो जाती है,तब तक लखनऊ से वापस नहीं होना है।
उत्तर प्रदेश सरकार के कड़े रूख के बावजूद राजधानी लखनऊ में सोमवार को हजारों की तादाद में शिक्षामित्रों ने जोरदार प्रदर्शन कर अपनी बहाली के पक्ष मे आवाज बुलंद की। हाई कोर्ट में समायोजन संबंधी याचिका के निरस्त होने के बाद स्थानीय लक्ष्मण मेला पार्क में बड़ी संख्या में शिक्षामित्र एकत्र हुए। उधर, किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिये सरकारी इमारतों समेत अन्य सार्वजनिक स्थलों में बडी तादाद में सुरक्षा बल तैनात किये गये थे। इसके बावजूद हजरतगंज और विधानसभा के पास शिक्षामित्रों और पुलिस के बीच हल्की फुल्की झड़प हुयी।
शिक्षामित्रों ने जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद सत्याग्रह की शुरुआत की थी। सुरक्षा के मद्देनजर धारा 144 लगा दी गई है। कई जिलों से हजारों की तादाद में शिक्षा मित्र लक्ष्मण मेला स्थान पर पहुंचे।
शिक्षामित्रों के प्रदर्शन के मद्देनजर लखनऊ जिला प्रशासन ने कल रात से धारा 144 लगा दी थी। सभी जिलों को एडवाइजरी जारी कर कहा गया था कि शिक्षामित्रों को लखनऊ जाने से रोका जाये मगर तमाम बंदोबस्त को धता बताते हुये हजारों शिक्षामित्र आज यहां जमा हो गये।
प्रदर्शन में शामिल होने वाले जिलाध्यक्ष योगेश भड़ाना ने कहा कि शिक्षामित्र पिछले 16 सालों से सेवा दे रहे हैं। अधिक उम्र होने के कारण उनके सामने रोजगार का कोई विकल्प नहीं बचा है। ऐसी दशा में उन्हें बेरोजगार किया जा रहा है।
शिक्षामित्रों ने ऐलान किया था कि योगी आदित्यनाथ सरकार उनकी समस्यायों का निदान करने में असफल रही है। इसलिये वे आज यहां विशाल प्रदर्शन करेंगे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने कहा कि शिक्षामित्रों को लक्ष्मण मेला पार्क में रोका गया है और पार्क से बाहर आने की किसी को इजाजत नहीं है। जिले में धारा 144 के उल्लघंन किसी को नहीं करने दिया जायेगा।
लखनऊ से सटे जिलों से आ रहे शक्षिामित्रों को शहर के बाहर ही रोकने की कोशशि की जा रही है। रास्ता रोकने से नाराज शक्षिामित्रों ने कई जगह सड़क जाम कर दिया है। शहर के बाहर से ही लोगों को वापस भेजा रहा है। पुलिस ने बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर से आ रही बसों को लखनऊ-दिल्ली मार्ग पर रोक दिया गया है। उन्नाव में भी पांच बसों को वापस कर दिया गया है। जिसमें सैकड़ों की मात्रा में लोग राजधानी कूच कर रहे थे। शिक्षा मित्रों की भीड़ के मद्देनजर रेलवे स्टेशन पर पुलिस को विशेष चौकसी बरतने के निदेर्श दिए गये हैं।
आजमगढ़ में संयुक्त शिक्षा मित्र संघर्ष समिति के संयोजक हरेंद्र सिंह, देवसी प्रसाद यादव ने कहा कि जिला मुख्यालय पर सत्याग्रह आंदोलन का कल अंतिम दिन था।
बड़ा सवाल : स्कूलों में पढ़ाने तो पहुंचे शिक्षामित्र लेकिन वेतन कैसे
अभी नहीं तो कभी नहीं नारे के साथ लक्ष्मण मेला पार्क में अनिश्चितकाल के लिए धरना के लिए डटे रहना होगा। जब तक मांग पूरी हो जाती है,तब तक लखनऊ से वापस नहीं होना है।
आंदोलन: यूपी के शिक्षा मित्रों ने योगी के नाम खून से खत लिखा
योगी और मोदी को खून से चिट्ठी लिखी
अमरोहा जिले में शनिवार को शिक्षामित्र संयुक्त संघर्ष मोर्चा आंदोलन के तीसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम खून से चिट्ठी लिखी तथा कटोरा लेकर सड़क उतर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर भीख मांगी। इससे पूर्व सुबह के समय शिक्षामित्रों ने बीएसए कार्यालय पर तालाबंदी कर गेट पर धरना दिया था। सोमवार से शिक्षामित्र लखनऊ मुख्यालय पर धरना देंगे।
शिक्षामित्रों के हक में अखिलेश ने किया ट्वीट, निशाने पर सीएम योगी
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने लेटेस्ट ट्वीट में एक तीर से दो निशाने साधे हैं। एक तरफ उन्होंने शिक्षामित्रों से हमदर्दी जताई है वहीं दूसरी ओर सीएम योगी पर निशाना साधा है।
अखिलेश ने ट्वीट किया,
लखनऊ में लाखों शिक्षामित्र अपने परिवार के भरण-पोषण और अपने आत्मसम्मान को बचाने के लिए इकट्ठा हुए हैं, Picnic के लिए नहीं!
बता दें कि बीते गोरखपुर में हुए हादसे के बाद जब राहुल गांधी पीड़ितों से मिलने पहुंचे थे तो सीएम योगी ने कहा था कि गोरखपुर को पिकनिक स्पॉट न बनाएं। उन्होंने कहा था, दिल्ली में बैठा कोई युवराज स्वच्छता अभियान का महत्व नहीं जानेगा। गोरखपुर उनके लिए पिकनिक स्पॉट बने, उसकी इजाजत नहीं देनी चाहिए।
अखिलेश ने इशारे में राहुल पर योगी के किए गए कटाक्ष का भी जवाब दे दिया।
बता दें कि आज लखनऊ में प्रदेशभर से करीब डेढ़ लाख शिक्षामित्र जमा हुए हैं। सरकार से समायोजन पर बात न बन पाने पर वे यहां धरना देने आए हैं। पुलिस ने जिलों की सीमा पर कई शिक्षामित्रों को रोक दिया वहीं शिक्षामित्र प्रदर्शन न कर पाएं इसके लिए पूरे शहर में भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात है।
शिक्षामित्र को लखनऊ आने पर रोक…
- -शिक्षामित्र लखनऊ के झूलेलाल पार्क में सत्याग्रह आंदोलन करने की तैयारी में है। जिसे देखते हुए प्रशासन ने शिक्षामित्रों के राजधानी आने पर रोक लगा रही है।
- – शहर के बाहर से ही लोगों को वापस भेजा रहा है। पुलिस ने बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर से आ रही बसों को लखनऊ-दिल्ली मार्ग पर रोक दिया गया है।
- – वहीं उन्नाव में भी 5 बसों को वापस कर दिया गया है। जिसमें सैकड़ों की मात्रा में लोग राजधानी कूच कर रहे थे।
शिक्षामित्रों ने किया हाईवे जाम
- – बीच रास्ते से बसों को वापस करने से शिक्षामित्र नाराज हो गए। गुस्से में आकर एक घंटे तक इटौंजा टोल टैक्स पर जाम लगा दिया। जिससे यातायात बाधित हो गया। इससे दैनिक यात्रा करने वाले यात्री को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- – विधानसभा, सीएम आवास, हजरतगंज में पुलिस की कड़ी व्यवस्था की गई है। शिक्षामित्रों के लखनऊ में एंट्री पर रोक लगाते हुए जगह-जगह पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
- राजधानी में तैनात किए गए भारी पुलिस फोर्स
- – शिक्षामित्रों के प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने राजधानी में धारा-144 लागू कर दिया है। वहीं, बड़े पैमाने पर फोर्स तैनात कर दिया गया है।
- – बताया जाता है कि अध्यादेश संशोधन कर सहायक अध्यापक बनाने की मांग को लेकर यह आंदोलन होगा। प्रकिया पूरी होने तक समान कार्य का समान वेतन की मांग शिक्षामित्र कर रहे हैं।
- – शिक्षामित्रों के सभी संगठनों का सामूहिक आंदोलन रविवार रात और सोमवार सुबह पहुंचेगा। प्रदेश भर से ट्रेनों और बसों से लखनऊ पहुंच रहे शिक्षामित्रों को रोकने के प्रदेश भर पुलिस को सक्रिय कर दिया गया है।
- – सोमवार को विधानसभा के सामने बड़ा शक्ति प्रदर्शन करने की सूचना को लेकर सुरक्षा के इंतजाम बड़ा दिए गए हैं।
इन नारों के साथ शिक्षामित्र देंगे धरना
-‘अभी नहीं तो कभी नहीं’ नारे के साथ शिक्षामित्र लक्ष्मण मेला पार्क में अनिश्चितकाल के लिए धरना देने का एलान किया है। उनका कहना है कि जब तक मांग पूरी हो जाती है तब तक लखनऊ से वापस नहीं होना है।
-वहीं, अमरोहा जिले में शनिवार को शिक्षामित्र संयुक्त संघर्ष मोर्चा आंदोलन के तीसरे दिन सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम खून से चिट्ठी लिखी थी। इसके अलावा कटोरा लेकर सड़क उतरकर पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर भीख मांगे थे। इससे पूर्व सुबह के समय शिक्षामित्रों ने बीएसए कार्यालय पर तालाबंदी कर गेट पर धरना दिया था।
-बता दें, समायोजन निरस्त होने के बाद प्रदेश सरकार से मांग पूरी न करने पर तीसरे दिन शिक्षामित्रों का आंदोलन उग्र हो गया था। प्रदर्शन में शामिल होने वाले जिलाध्यक्ष योगेश भड़ाना ने कहा कि शिक्षामित्र पिछले 16 सालों से सेवा दे रहे हैं। अधिक उम्र होने के कारण उनके सामने रोजगार का कोई विकल्प नहीं बचा है। ऐसी दशा में उन्हें बेरोजगार किया जा रहा है।