लखनऊ. सीएम अखिलेश यादव ने मंगलवार को विधानसभा में चल रही योजनाओं को रफ़्तार देने के लिए 253478676 हजार करोड़ का सप्लीमेंट्री बजट पेश किया। इसमें जहां समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस को पूरा करने के लिए 8 सौ करोड़ के बजट की व्यवस्था की गई तो वहीं ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों के लिए 200 करोड़ रुपए की आवश्यकता बताई गई है।
बुनकरों के लिए है बजट
-प्रदेश में बुनकर हमेशा से ही वोट बैंक रहे हैं।
-प्रदेश में 19 फीसदी मुसलमानों में 3 फ़ीसदी बुनकर हैं।
-ये लंबे समय से अपने अस्तित्व को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं।
-दरअसल, पीएम बनते ही मोदी ने बुनकरों पर फोकस करना शुरू कर दिया था।
-2012 में बुनकर जो सपा के साथ थे वह अब धीरे-धीरे डाइवर्ट हो रहे थे। वहीं कौमी एकता दल के विलय का मामला आग में घी का काम कर गया।
-ऐसे में अब सपा अपने वोट बैंक को बचाने में लगी हुई है।
-सीएम अखिलेश ने इसी वोट बैंक के लिए सप्लीमेंट्री बजट में 70 करोड़ रुपए की जरूरत बताई है।
समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस के लिए 8 सौ करोड़
-यह एक्सप्रेस वे लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़़, मऊ, गाज़ीपुर और बलिया से होकर गुजरेगा।
-जबकि पूर्वांचल में कुल 28 जिले हैं। इनके लिए इस एक्सप्रेस वे के बाद सुविधाएं बढ़ जाएंगी।
-हालांकि 2012 चुनाव को देखें तो पूर्वांचल पर सपा का कब्ज़ा रहा है।
-पूर्वांचल में 34 लोकसभा सीटों के अंतर्गत 170 विधानसभा सीटों में से सपा के पास 106 सीटें हैं। -ऐसे में सपा पूर्वांचल पर अपना कब्ज़ा बरकार रखना चाहती है।
-पूर्वांचल में दूसरे नंबर पर बसपा 23 सीट लेकर खड़ी है।
सीएम आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे बनाने के बाद पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बनाने जा रहे हैं।
सड़कों के लिए 3 हजार करोड़ रुपए
-यूपी सरकार पर डेवलपमेंट को लेकर भी सवाल खड़े होते रहे हैं।
-ऐसे में यूपी सरकार ने सडकों के लिए 3 हजार करोड़ रुपए की आवश्यकता बताई है।
-लोकसभा चुनावों में सपा के खराब परफॉरमेंस के बाद सीएम अखिलेश यादव ने भी कहा था कि हम प्रचार नहीं कर पाए।
-उन्होंने कहा था कि जनता खराब पड़ी नेशनल हाइवे और स्टेट हाइवे में अंतर नहीं कर सकी।
-वहीं सीएम अखिलेश अपने हर भाषण में भी अब डेवलपमेंट को ही तरजीह दे रहे हैं।
राज्य कर्मचारियों के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा
-प्रदेश में 16 लाख राज्य कर्मचारी हैं।
-राज्य कर्मचारी भी एक बड़ा वोट बैंक हैं।
-राज्य कर्मचारी हमेशा ही जो सरकार रहती है उसके साथ ही जाते हैं।
-लेकिन कहीं ना कहीं अब सपा इनको लेकर भी संशय में है।
-यही वजह है कि सपा सरकार अब इनपर भी फोकस कर रही है।
-अखिलेश सरकार ने अब इनके लिए कैशलेस इलाज की सुविधा लेकर आई है।
-इसमें राज्य कर्मचारियों के असाध्य बीमारियों के इलाज के लिए 25 लाख रुपए की व्यवस्था की गई है।