नागपुर। देशविरोधी नारों के आरोप में जेल जा चुके जेएनयू छात्र कन्हैया कुमार पर नागपुर में आज एक कार्यक्रम के दौरान चप्पल फेंकी गई। पंजाब राव देशमुख हॉल में कन्हैया के प्रोग्राम में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और इसी दौरान ये घटना हुई।
अंबेडकर जयंती के मौके पर अपने विचार लोगों के सामने रखने कन्हैया नागपुर पहुंचा था। जब वह भाषण दे रहा था तभी बजरंग दल के कार्यकर्ता ने उस पर चप्पल फेंकी। वहां मौजूद लोगों ने इस कार्यकर्ता की जमकर पिटाई भी की। कन्हैया के भाषण से पहले ही बजरंग दल के लोग अंदर घुस आए थे और भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे।
चप्पल हाथ में लेकर कन्हैया ने कहा, ये लोग जेएनयू वालों से इसलिए डरते हैं क्योंकि अगर कोई सच बोलता है तो इनकी जमीनें हिलने लगती हैं। ये हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
कन्हैया ने चप्पल फेंके जाने पर कहा कि अगर आप अगली बार चप्पल फेंके तो दूसरी भी फेंके, किसी गरीब की मदद होगी। चप्पल फेंके जाने के बाद मची भगदड़ आप लोग शांत हो जाइए, इनके पास कुछ नहीं है, ये हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। बार-बार जो जूता प्रकरण हो रहा है उससे मुझे लगता है कि कुछ बोलना चाहिए। जो लोग भारत माता की जय कहते है वो नारों को बदनाम करने वाले लोग हैं।
इंकलाब कभी बम और पिस्तौल से नहीं आता। जेएनयू कभी भी देशविरोधी गतिविधि का समर्थन नहीं करता। ये जो लोग हैं, जिन्होंने 50 साल से भारत का झंडा नहीं फहराया था, ये जो लोग हैं जिन्होंने अंग्रेजों के साथ मुखबिरी की थी, ये हमें पाठ पढ़ाना चाहता है। मैं, मेरा संगठन, मेरा विद्यालय कभी भी देशविरोधी गतिविधि का समर्थन नहीं करता। ये लोग एक चैनल को खरीद कर गलत वीडियो चलाते हैं।
कन्हैया कुमार ने अपने भाषण में कहा कि हमारा कार्यक्रम महाराष्ट्र में आने का था तो हमने कहा कि 14 को जाएंगे और नागपुर जाएंगे। कुछ लोगों ने कहा कि कुछ लोग आपका विरोध कर रहे हैं तो हमने कहा कि ये उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि पत्थर फेंके। ना आपके पत्थर, ना जेल, ना आपकी गुंडागर्दी से डरेंगे। हम आपकी ब्राह्मणवाद गुलामगिरी को खत्म करेंगे।
कन्हैया ने कहा, कुछ लोगों ने कहा आप 14 अप्रैल को RSS के शहर में जा रहे हैं। हमने कहा कि जिस तरह गुजरात मोदी का नहीं गांधी का है, वैसे ही नागपुर गोवलकर का नहीं बाबा साहब अंबेडकर का है। नागपुर की धरती पर सिर्फ हाफ पैंट के नहीं फुल दिमाग वाले लोग भी हैं। आजकल बहुत सारे लोगों को जय भीम कहने लगे, स्मारक बनाने लगे हैं। लेकिन याद कीजिए रोहत वेमुला को, उसने कहा कि एक शख्स को एक वोट से मत जोड़िए। और अगर आप ब्राह्मणवाद, पूंजीवाद, छुआछूत के खिलाफ नहीं हैं तो आपके मुंह से ये नारे सही नहीं लगते हैं। हिम्मत है तो मनु स्मृति जलाइए, हालांकि आपसे कोई उम्मीद नहीं है।
कन्हैया ने कहा कि भारत माता की जय के बारे में किसी ने कहा है तो बाबा साहब ने। बाबा साहब कहते थे एक देश की तरक्की उस देश की महिलाओं से जानी जाती है। बताइए कि हिन्दुस्तान के अंदर क्या हाल है महिलाओं का। मोहन भागवत जो कह रहे है कि महिलाओं को घर से नहीं निकलना चाहिए, तो कैसे होगा विकास। ड्रेस बदल देने से लोगों को विजन नहीं बदल जाता।
बता दें कि इससे पहले भी कन्हैया पर हैदराबाद में चप्पल फेंकी गई थी। रोहित वेमुला के मुद्दे पर कन्हैया हैदराबाद यूनिवर्सिटी पहुंचे थे। हालांकि उन्हें कैंपस में नहीं जाने दिया गया था। एक सभा में भाषण के दौरान एक शख्स ने उन पर चप्पल फेंकी थी।