नई दिल्ली : पहली बार पाकिस्तान के भीतर घुसकर आतंकी ठिकानों पर हमला करवाकर पीएम नरेन्द्र मोदी ने फिर एक मास्टर स्ट्रोक खेला है. मोदी के इस फैसले ने समूचे विपक्ष की बोलती ही नहीं बंद कर दी है बल्कि उन्हें तारीफ करने के लिए मजबूर कर दिया है. जिसके चलते आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी मजबूर होकर अब भारतीय सेना और पीएम के इस फैसले की प्रशंसा कर रहे हैं.
गौरतलब है कि 18 सितंबर को उरी हमले के बाद शहीद जवानों के परिवारों को को असली सांत्वना देने का जो फैसला मोदी ने लिया उससे देश क्या विदेश में भी कोई शायद मोदी के इस फैसले से नाखुश हो. बीजेपी प्रवक्ता आईपी सिंह ने ‘इंडिया संवाद’ से बात करते हुए कहा कि जो लोग मोदी के 56 सीन चौड़ा करने कि बात करते थे वह अब इंची टेप लेकर आएं और मोदी का सीना खुद आकर नाप लें और देख लें कि उनका सीना 56 से बढ़कर 58 हो गया है या नहीं. सिंह ने कहा कि पिछले 10 सालों में मुंबई से लेकर दिल्ली तक मासूम बच्चे और बुजुर्गों को पाक के आतंकियों ने AK -56 और 47 से छलनी कर दिया. मासूम बच्चे और बुजुर्गों के इस अत्याचार का बदला लेने के लिए सेना कहती रह गयी, लेकिन पीएम मनमोहन हाथ पर हाथ धर कर बैठे रहे. यह भी पढ़ें …POK में घुस कर 38 आंतकियो को मारने के बाद PMO की रेटिंग बढ़ी
पीएमओ कार्यालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी पिछली तीन रातों से लगातार बैठक कर रहे थे. रात 2 – 2 बजे तक फ़ौज के शहीदों का सम्मान लौटाने के लिए कल शाम हमले से पहले उनकी दो चरणों में अजित डोभाल से और बाद में सेना प्रमुख से भी उनकी लंबी बातचीत हुई. इसके बाद रात 12 बजे रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सेना प्रमुख से बातचीत कर हमले की अंतिम औपचारिकता पूरी की.
सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना ने पहली बार इस तरह के ऑपरेशन में वायुसेना की मदद नहीं ली है और भारतीय सैनिक बिना किसी खरोंच के वापस लौटे हैं. बताया जाता है कि भारत की तरफ से रात 12.30 बजे से 4.30 बजे तक यह ऑपरेशन चलाया गया. भारतीय सेना के कमांडोज ने आतंकवादियों के 7 लॉन्च पैड को अपना निशाना बनाया. इसमें 38 आतंकवादी मारे गए. भारत की ओर से हमला होने के बाद दो पाकिस्तानी सैनिक लॉन्च पैड की सुरक्षा में जुट गए थे, लेकिन हमले में वे भी मारे गए.
बताया जाता है कि करीब 25 स्पेशल कमांडोज ने ये ऑपरेशन पूरा किया. इन कमांडोज ने भिंबेर, केल, लीपा और टट्टापानी के पास बने लॉन्च पैड्स को अपना निशाना बनाया. एक ही समय में भारतीय सेना ने अलग-अलग जगहों पर बने 3 कैंप्स का खत्म किया. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, एनएसए अजीत डोभाल, सेना प्रमुख और डीजीएमओ ने पूरी रात सर्जिकल ऑपरेशन को मॉनीटर किया. यही नहीं पीएम मोदी भी पूरी रात इस बड़े आपरेशन के पल-पल कि जानकारी लेते रहे.