नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI ) के नए गवर्नर उर्जित पटेल होंगे। उर्जित फिलहाल आरबीआई के डिप्टी गवर्नर हैं। इनका कार्यकाल 3 साल का होगा। मौजूदा गवर्नर रघुराम राजन का कार्यकाल 4 सितंबर को खत्म हो रहा है। महंगाई कंट्रोल करने में पटेल का अहम रोल रहा है। इनके पास पहले से ही मॉनेट्री पॉलिसी डिपार्टमेंट का जिम्मा है। ये आरबीआई के 24वें गवर्नर होंगे। मोदी-जेटली के बीच घंटे भर की मुलाकात के बाद नाम पर लगी मुहर.
– एएनआई की खबर के मुताबिक, उर्जित पटेल 4 सितंबर के बाद अपना चार्ज संभाल लेंगे।
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वित्त मंत्री अरुण जेटली गुरुवार को इस मसले पर नरेंद्र मोदी से चर्चा करने पहुंचे थे। दोनों के बीच करीब 1 घंटे बातचीत हुई थी।
– इसके बाद पटेल के नाम पर मुहर लगी। पटेल को राजन का करीबी भी माना जाता है।
– चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर अरविंद सुब्रमण्यम, एसबीआई की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य, इकोनॉमिक अफेयर्स के सेक्रेटरी शक्तिकांत दास और सेबी चेयरमैन यूके सिन्हा भी गवर्नर बनने की दौड़ में थे।
कौन हैं उर्जित पटेल?
– 52 साल के पटेल को इस साल जनवरी में तीन साल के लिए री-अप्वाॅइंट किया गया था। वे 11 जनवरी 2013 को आरबीआई से जुड़े।
– रघुराम राजन के आने से पहले ही वे आरबीआई में आ गए थे।
– राजन और उर्जित में समानता ये है कि दोनों वाशिंगटन में आईआईएफ में साथ काम कर चुके थे।
– उर्जित कई फाइनेंशियल कमेटी के मेंबर रह चुके हैं। देश में पहली बार महंगाई दर का लक्ष्य तय करने का फैसला भी पटेल की अगुआई वाली कमेटी की सिफारिशों के आधार पर ही हुआ था।
– आरबीआई में आने से पहले पटेल बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के एडवाइजर थे।
महंगाई पर काबू के साथ अहम रिफॉर्म्स की जिम्मेदारी
– आरबीआई के नए गवर्नर के पास सबसे बड़ी चुनौती महंगाई कंट्रोल करने की होगी।
– साथ ही मोदी सरकार के कई अहम रिफॉर्म्स की जिम्मेदारी भी उन्हीं के कंधे पर होगी।
– कहा जाता है कि राजन को बनाए रखने के लिए इंडस्ट्री से लेकर फाइनेंस मिनिस्ट्री तक की रजामंदी थी।
– ऐसे में नए सिरे से काम शुरू करते वक्त उर्जित पटेल को इसी तरह का सपोर्ट हासिल करना होगा।