राष्ट्रीय लोक अदालत में 28686 वादों का हुआ निस्तारण

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फतेहपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में जनपद न्यायाधीश विनोद कुमार तृतीय की अध्यक्षता में दीवानी न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। डीजे ने लोक अदालत का शुभारंभ मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्जवलन व मॉ सरस्वती की वंदना कर किया। लोक अदालत में जनपद न्यायाधीश द्वारा 07 एमएसी का निस्तारण करते हुए 33,70,000 रूपये की क्षतिपूर्ति दिलायी गयी। अपर जनपद न्यायाधीश विजय शंकर उपाध्याय द्वारा 02 एमएसी का निस्तारण करते हुए 6,25000 की क्षतिपूर्ति दिलायी गयी। विशेष न्यायाधीश आवश्यक वस्तु अधिनियम प्रवीण कुमार सिंह द्वारा 06 जर वापसी प्रार्थना पत्रों का निस्तारण किया गया। तृतीय अपर जनपद न्यायाधीश राकेशधर दुबे द्वारा एक एमएसी का निस्तारण करते हुए 2,25000 रूपये की क्षतिपूर्ति दिलायी गयी व 01 एफआर वाद एवं 02 संशोधन प्रार्थना पत्र का निस्तारण, 09 वापसी जर प्रार्थना पत्रों का निस्तारण किया गया। अपर जनपद न्यायाधीश धनेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा 03 एमएसी का निस्तारण करते हुए 2970000 रूपये की क्षतिपूर्ति दिलायी गयी।
प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय नवनीत कुमार गिरि द्वारा 13 वैवाहिक वादों का निस्तारण किया गया। अपर प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय शैलेन्द्र निगम द्वारा 01 वैवाहिक वाद का निस्तारण किया गया। अपर जनपद न्यायाधीश/एफटीसी-1 संजय वीर सिंह द्वारा 02 एमएसी का निस्तारण करते हुए 1050000 रूपये की प्रतिपूर्ति दिलायी गयी, 01 वापसी जर प्रार्थना पत्र का निस्तारण किया गया। अपर जनपद न्यायाधीश एफटीसी-2 रविकरन सिंह द्वारा 02 एमएसी का निस्तारण करते हुए 410000 रूपये की प्रतिपूर्ति दिलायी गयी तथा 01 दाण्डिक विविध वाद का निस्तारण करते हुए पांच सौ रूपये अर्थदण्ड वसूल किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पारूल श्रीवास्तव द्वारा 206 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 102320 रूपये अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। सिविल जज सीनियर डिवीजन पारूल वर्मा द्वारा 08 उत्तराधिकार वादों का निस्तारण करते हुए 4977240 रूपये के उत्तराधिकार प्रमाण पत्र निर्गत किये गये तथा 13 प्रकीर्ण दीवानी वादों का निस्तारण किया गया। सिविल जज सीनियर डिवीजन/एफटीसी प्रशान्त शुक्ला द्वारा 135 दाण्डिक वादों का निस्तारण रूपये 14840 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किया गया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अजय कुमार प्रथम द्वारा 181 दाण्डिक वादों का निस्तारण कर 89900 रूपये अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अनुभव द्विवेदी द्वारा 74 दाण्डिक वादों का निस्तारण कर 7890 रूपये अर्थदण्ड के रूप में जमा कराये गये।
अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट लाल बाबू यादव द्वारा 69 दाण्डिक वादों का निस्तारण कर 8800 रूपये अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। सिविल जज जूनियर डिवीजन/ न्यायिक मजिस्ट्रेट आनन्द मिश्रा द्वारा 65 दाण्डिक वादों का निस्तारण कर 9010 रूपये अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा 15 दाण्डिक वादों का निस्तारण कर रूपये 6400 अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। जबकि विद्युत विभाग द्वारा 763000 रूपये की धनराशि 10100 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। सहायक श्रमायुक्त द्वारा 37020 रूपये के 27 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। जिले की नगर पालिका परिषदों द्वारा 1435035 रूपये की धनराशि के 1056 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। बीएसएनएल द्वारा 2172 की धनराशि के 01 प्रकरण का निस्तारण किया गया। बैंकिंग संस्थानों द्वारा 63157413 रूपये के 917 बैंक वसूली प्रकरणों का प्रीलिटीगेशन के माध्यम से बैंकिंग संस्थानों द्वारा निस्तारण किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 28686 वादों का निस्तारण किया गया। अर्थदण्ड के रूप में 239160 रूपये वसूल किये गये। मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर के रूप में 8650000 रूपये प्रतिकर के रूप में दिलाये गये। इस मौके पर ग्रामीण बैंक के वसूली अधिकारी राकेश श्रीवास्तव की देख-रेख में लगभग 110 बकायेदारों ने 70 लाख के करीब बकाया अदा किया।

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