लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने यहां गुरुवार को मध्यप्रदेश के पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर उनकी गतिविधियों की समीक्षा की और जरूरी फेरबदल के साथ उन्हें संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए दिशा-निर्देश दिए। बसपा राज्य कार्यालय में हुई इस बैठक में पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के वरिष्ठ व प्रमुख पार्टी पदाधिकारियों ने भाग लिया और मंडलवार समीक्षा रिपोर्ट पार्टी प्रमुख को सौंपी।
समीक्षा बैठक में अन्य बातों के अलावा यह पाया गया कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद भी वहां गरीबों, मजदूरों, किसानों, बेरोजगार युवाओं व महिलाओं आदि के साथ-साथ दलितों, पिछड़ों आदि के जीवन में कोई बेहतर बदलाव नहीं आ पाया है। वहां भी भाजपा शासित राज्यों की तरह ही जातिवादी व सांप्रदायिक घटनाएं अभी भी लगातार जारी हैं।
मायावती ने कहा कि इंदौर में भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने जिस तरह कानून को हाथ में लेकर सरकारी कर्मचारी-अधिकारियों को बैट से पीटा, यह घटना की आज पूरे देश में चर्चा का विषय है। इतना ही नहीं, जेल से जमानत पर रिहाई के बाद भाजपा नेताओं ने जिस तरह एक बैटमार विधायक की आवभगत की, उससे पूरा देश स्तब्ध है और इसकी अति निंदा कर रहा है। भाजपा के नेता किस तरह के हैं, यह लोग महसूस कर रहे हैं।
केवल कागजी दावों से जनता का हित व कल्याण कैसे संभव : मायावती
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को बिना नाम लिए केन्द्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि केवल कागजी दावों से जनता का हित व कल्याण कैसे संभव है।
मायावती ने ट्वीट किया कि विकास दर की बड़े-बड़े दावों से देश के 130 करोड़ गरीबों, मजदूरों, किसानों, बेरोजगारों आदि का अब तक सही भला नहीं हो पाया है। इनकी दिन-प्रतिदिन की समस्याएं अनवरत गंभीर होती जा रही हैं जो अति-दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण है। केवल कागजी दावों से जनता का हित व कल्याण कैसे संभव है।
मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि ‘‘लोगों को हसीन सपने दिखाना परन्तु उस हिसाब से काम नहीं करना व भावनाएं भड़काकर राजनीतिक रोटी सेंकना भाजपा की विशेषता रही है। आज पेश आर्थिक सर्वेक्षण भी प्रमाणित करता है कि गरीबी, बेरोजगारी, किसान आत्महत्या आदि गंभीर समस्याओं के मामले में यह सरकार उदासीन व लापरवाह रही है।