नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के पुराने सदस्य रहे दलित कार्यकर्ता और वकील राज कुमार आनंद, उनकी पत्नी वीणा आनंद सहित उनके समर्थकों को आप की सदस्यता दिलाई। राज कुमार आनंद की पत्नी वीणा आनंद वर्ष 2013 में आप के टिकट से पटेल नगर विधानसभा से विधायक रह चुकी हैं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने गुरुवार को अपने आवास पर पुराने सदस्यों को दोबारा पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि कुछ गलतफहमी के कारण राजकुमार आनंद और वीणा आनंद ने पार्टी से त्याग पत्र दिया था। आप सरकार के पिछले साढ़े चार साल में किए गए विकास कार्यों से प्रभावित होकर इन्होंने पार्टी में वापस आने का निर्णय लिया। आम आदमी पार्टी अकेली ऐसी पार्टी है जो सिर्फ दलितों के लिए भाषण नहीं देती बल्कि उनके लिए काम भी करती है। डॉ. आंबेडकर का पूरा जीवन एक संदेश है। उन्होंने शिक्षा के ज़रिए देश-विदेश में अपनी जगह बनाई। हालांकि उनको शिक्षा प्राप्त करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा। आम आदमी पार्टी शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाकर यह सुनिश्चित कर रही है कि दिल्ली में किसी को अब शिक्षा के लिए संघर्ष न करना पड़े और पैसों की वजह से अच्छी शिक्षा उसके लिए सपना बनकर न रह जाए।
केजरीवाल ने कहा कि आज देश में जितनी भी दलित प्रेमी पार्टियां मौजूद हैं, वे बाबा साहेब के नाम पर दलितों से वोट तो मांगती हैं, लेकिन दलितों के लिए कोई काम नहीं करती। पिछले 70 साल में किसी पार्टी ने दलितों और गरीबों के बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा की व्यवस्था नहीं की। सभी पार्टियां प्राइवेट स्कूलों के साथ मिलकर साठगांठ करके साल दर साल फीस बढ़ाती हैं, मुनाफा कमाती हैं।