लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएम अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का साझा रोड शो किया। दोनों एक ही रथ पर सवार होकर 15 किमी का सफर तय किया। इस दौरान यह तीन विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया। पूरा रोड शो मुस्लिम बहुल क्षेत्रों से गुजरा। रोड शो शुरू होने से पहले राहुल और अखिलेश जीपीओ पर पहुंचे। वहां दोनों ने महात्मा गांधी व अंबेडकर की प्रतिमा पर फूल चढ़ाये। रोड शो जीपीओ गांधी प्रतिमा से चौक चौराहे तक चला । gpo चौराहे से शुरू हुआ रोड शो मेफेयर चौराहा हजरतगंज, नावेल्टी चौराहा लालबाग से कैसरबाग और अमीनाबाद नजीराबाद होते हुए नक्खास से गुजरा जिसमें लोगों का भारी उत्साह देखने को मिला । इससे पहले गठबंधन के बाद आज पहली बार अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मुलाकात हुई। लखनऊ में दोनों नेताओं ने एक दूसरे को गले लगाया और एक साथ मंच साझा किया। मंच पर दोनों पार्टियों के कई और दिग्गज भी मौजूद रहे। राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता को संबोधित किया। राहुल ने दावा किया है कि दोनों पार्टी मिलकर 300 से ज्यादा सीटें हासिल करेंगी।
राहुल की स्पीच की 10 बड़ी बातें
1. “मोदी जी कहते हैं- मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ हूं, मेक इन इंडिया करना चाहता हूं। इनमें नीयत नहीं है, सब घपले हैं। पंजाब में गए सुखबीर बादल के साथ खड़े हो गए। मोदी जी को अपना विरोधाभास नहीं दिखता है, ये फर्क है।”
2. “हम यूपी को बंटने नहीं देंगे, पीछे हटने नहीं देंगे। जहां तक सीटों जैसी छोटी-छोटी बातें हैं, उन पर (सपा से) बात हो जाएगी, समझौता हो जाएगा।”
3. “आपने संगम देखा है गंगा और यमुना एक हो जाती हैं, वैसे ही दोनों पार्टियां (सपा-कांग्रेस) एक होंगी और एकसाथ लड़ेंगी। 300 से ज्यादा सीट मिलेंगी और प्रगति की सरस्वती बहेगी।”
4. “हिंदुस्तान को बचाना है तो हर जाति के लोगों को साथ मिलकर चलना होगा। तोड़कर आगे नहीं बढ़ सकते।”
5. “मायावती जी और कांशीराम जी की मैं पर्सनली रिस्पेक्ट करता हूं। मायावती जी में और बीजेपी में बहुत बड़ा फर्क है। बीजेपी क्रोध और गुस्सा फैलाती है। उनकी विचारधारा से हिंदुस्तान को खतरा है। मायावती जी की विचारधारा से हिंदुस्तान को कोई खतरा नहीं।”
6. “यूपी के डीएनए में क्रोध-गुस्सा नहीं है, यहां के डीएनए में भाईचारा है, प्रेम है।”
7. “अखिलेश और मेरी दोस्ती है, वो अलग बात है। हम यूपी के युवाओं को एक ऑप्शन देना चाहते हैं। नई तरीके की राजनीति शुरू करना चाहते हैं।”
8. “हम बीजेपी को ये दिखाएंगे कि आप इस देश के लोगों को बांट नहीं सकते, उन्हें सता नहीं सकते। हम यूपी के लोगों की भावनाएं बीजेपी को दिखाएंगे।”
9. “मोदी जी के शब्दों में ये ट्रिपल पी है। इस गठबंधन से पीस (शांति) होगी, प्रॉस्पेरिटी (खुशहाली) बढ़ेगी और यूपी प्रोग्रेस (तरक्की) की राह पर आगे बढ़ेगा।”
10. “अखिलेश के साथ मेरा पर्सनल रिलेशनशिप भी है। मैं खुशी से कह रहा हू्ं ये अब पॉलिटिकल रिलेशन में बदल गया है।”
अखिलेश की स्पीच की 5 बड़ी बातें
1. “कुछ मुद्दे (सपा-कांग्रेस के) कॉमन हैं। किसान, गरीब, युवा, रोजगार हमारे मुद्दे हैं। आने वाले समय में क्या फैसले होंगे इस पर बैठकर बात करेंगे।”
2. मायावती को अलायंस में जगह देने के सवाल पर कहा, “मायावती को गठबंधन में जगह कैसे दे देते। उनको बहुत जगह लगती है। चुनाव चिह्न ही हाथी है।”
3. “सर्दी देख ली, गर्मी देख ली, बरसात देख ली, बीजेपी का घोषणापत्र भी देख लिया। अच्छे दिन देखे किसी ने?”
4. “यूपी को ये साथ पसंद हैं और काम बोलता है नारा हो। ये दोनों नारे मिल जाएं तो सोचिए क्या होगा।”
5. “कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मैं स्वागत करता हूं। लोकसभा में हम साथ-साथ रहे। कई बार कार्यक्रमों मेें मिलने का मौका मिला।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद रोड शो
सपा-कांग्रेस की ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने रोड शो किया.
राहुल ने कहा- गंगा-यमुना के मिलन से निकलेगी प्रोग्रेस की सरस्वती
राहुल ने कहा कि दिल से आप सबका स्वागत है. उत्तर प्रदेश शब्द में पहला शब्द उत्तर है, ये जो हमारी पार्टनरशिप बनी है, अखिलेश और मेरी, समाजवादी और कांग्रेस की और यूपी की जनता की, ये एक जवाब है. इतिहास में यूपी ने जवाब दिया है. 1857 में कंपनी राज के वक्त यहां फोर्स खड़ी हुईं और जवाब दिया. विरोध, गुस्से, बांटने और कंपनी को हिंदुस्तान का धन देने की राजनीति का जवाब दे रहे हैं. गंगा और यमुना का मिलन हो रहा है, प्रोगेस की सरस्वती निकलेगी.
मोदी पर निशाना
राहुल ने कहा कि ये मोदी जी के शब्दों में तीन पी है- प्रोग्रेस, प्रॉस्पर्टी और पीस. हम क्रोध की राजनीति खत्म करना चाहते हैं.
अखिलेश बोले- मैं और राहुल साइकिल के दो पहिए
अखिलेश ने कहा कि हम कांग्रेस के साथ केंद्र में भी साथ रहे हैं. ये विकास का गंठबंधन है, जनता का गठबंधन है. जनता चाहती है कि गठबंधन हो. कांग्रेस के साथ और तेजी से काम होगा. गठबंधन को 300 से ज्यादा सीटें मिलेगीं. लोगों का भरोसा बढ़ेगा और यूपी की जनता को साथ लेकर चलेंगे. हम और राहुल साइकिल के दो पहिए हैं. विपक्षी भाईचारे पर सवाल खड़े कर रहें हैं. आज शुरुआत है. केंद्र की सरकार ने लोगों को लाइन में खड़ा कर दिया है. तकलीफ में लोगों को लाने वाले जीत के दावे कर रहे हैं. राहुल और मैं देश को खुशहाली और तरक्की के रास्ते पर ले जाएंगे और प्रदेश को भी.
5 साल चलाएंगे सरकार: अखिलेश
’27 साल यूपी बेहाल’ के नारे का क्या होगा? इस सवाल पर राहुल ने कहा कि अखिलेश का काम अच्छा है. हम मिलकर लड़ेंगे. यहां हमारी गठबंधन, युवाओं की सरकार आएगी. वहीं जब राहुल से पूछा गया कि इसमें कितनी सच्चाई है कि गठबंधन सपा से नहीं अखिलेश यादव से किया है और आपको इसका इंतजार था, इसी वजह से चुनाव आयोग में कपिल सिब्बल ने अखिलेश का पक्ष लड़ा. राहुल ने कहा कि हम युवाओं को नई तरह की राजनीति देना चाहते हैं. हमारी विचारधाराओं में समानता है. हम इसी के साथ चुनाव लड़ना चाहते हैं. आरएसएस और बीजेपी क्रोध की राजनीति फैला रहे हैं, उनका जनता नकार दे. अखिलेश ने कहा कि हम दोनों मिलकर 5 साल सरकार चलाएंगे.
2019 में राहुल को पीएम के लिए प्रोजेक्ट करेंगे?
राहुल चुप रहे. वहीं, इस सवाल के जवाब में अखिलेश बोले- आपको जल्दीबाजी नहीं होने चाहिए. अखिलेश एक तरह से सवाल टाल गए.
प्रियंका गांधी के बारे में
राहुल बोले- प्रियंका ने मेरी मदद की है, वो मुझे मदद करती हैं और करती रहेंगी. चुनाव में प्रचार के बार में प्रियंका फैसला लेंगी.
राहुल अखिलेश की सरकार को क्या रेटिंग? और अखिलेश मनमोहन की सरकार के बारे में क्या कहेंगे?
इस पर राहुल ने कुछ नहीं कहा. अखिलेश ने माइक संभालेते हुए कहा- हम आने वाले पांच साल की बात कर रहे हैं. दोनों मिलकर अच्छे चलाएंगे.
किसने की गठबंधन पर पहल? रायबरेली-अमेठी से कौन लड़ेगा?
अखिलेश- सब कुछ आज ही बता देंगे तो लिखने का मसाला कैसे बचेगा?
राहुल- ये कोई सेंट्रल इश्यू नहीं है. ये सवाल नहीं है कि रायबरेली-अमेठी पर कांग्रेस कितने सीटों पर लड़ेगी. हम यूपी को बदलने जा रहे हैं, ये गठबंधन उसके लिए है. बता दें कि रायबरेली-अमेठी में 10 विधानसभा सीटें हैं.
मायावती पर नरम
राहुल ने कहा- मैं मायावती जी की इज्जत करता हूं. कांशीराम की भी इज्जत करता हूं, उन्होंने गलतियां की पर उनकी इज्जत करता हूं. मायावती और बीजेपी में बहुत बड़ा फर्क है. बीजेपी क्रोध फैलाती है, गुस्सा फैलाती है, उनकी विचारधारा से हिंदुस्तान को खतरा है. मायावती की विचारधारा से देश को कोई खतरा नहीं है. आप इन दोनों में तुलना नहीं कीजिए.
बीजेपी नेता ने कहा- एक भ्रष्टाचारी, दूसरा गुंडाचारी
अखिलेश और राहुल के साथ आने पर बीजेपी नेता ने ऐसा बयान दिया है जिस पर विवाद हो सकता है. मीडिया से बातचीत के दौरान बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा- क्या यूपी को ये गठबंध नपसंद आएगा? एक इसमें भ्रष्टाचारी है तो दूसरा गुंडाचारी.
‘हमारी नीयत साफ है’
राहुल ने कहा कि अखिलेश की सोच सही रही. हम उस सोच को बल देना चाहते हैं. अखिलेश की नीयत साफ है. राजनीति साफ नीयत से होती है. मेरी नीयत अच्छी है. मोदीजी की नीयत खराब है. वो भ्रष्टाचार की बात करते हैं और पंजाब में सुखबीर सिंह बादल के लिए वोट मांगते हैं.
गठबंधन का नारा- यूपी को ये साथ पसंद है…
राहुल और अखिलेश यादव पहली बार एक साथ दिखाई दिए हैं. राहुल और अखिलेश साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद रोड शो भी करेंगे. इस गठबंधन के लिए नारा दिया गया है…’यूपी को ये साथ पसंद है, साइकिल और ये हाथ पसंद है, तरक्की की ये बात पसंद है.’
पंजाब छोड़कर यूपी आए हैं राहुल
इस नारे के साथ समाजवादी पार्टी और कांग्रेस उत्तर प्रदेश के चुनावी दंगल में उतर चुकी है. गौरतलब है कि राहुल गांधी ने पंजाब के अपने दौरे को छोड़कर यूपी का रुख किया है. राहुल को 29 जनवरी को पंजाब के लांबी में एक चुनावी रैली को संबोधित करना था, लेकिन अब वह लखनऊ कूच कर गए हैं. लांबी की रैली अब 2 फरवरी को होगी.
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस यूपी के चुनाव में पूरे दमखम के साथ उतरना चाहती है और कहीं ना कहीं 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले 2017 विधानसभा चुनाव को एक सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है.