मुंबई : इंडियन प्रीमियर लीग 2016 की ओपनिंग सेरेमनी हो चुकी है। ग्लैमर का तड़का शुक्रवार रात देखने को मिल चुका है और अब बारी है फटाफट क्रिकेट कार्निवल की। शनिवार को आईपीएल के नौवें सीजन का पहला मैच मुंबई इंडियंस और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के बीच खेला जाना है। डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई की कमान रोहित शर्मा के हाथ में है तो पुणे की कप्तान कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धौनी हैं।
महाराष्ट्र में सूखे के कारण इस राज्य में आईपीएल मैचों में पानी की बर्बादी को लेकर हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी लेकिन कोर्ट ने इस मैच पर कोई रोक नहीं लगाई है। धौनी पिछले आठ सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान रहे थे लेकिन इस टीम को दो सीजन के लिए बैन किए जाने के बाद वह नई टीम पुणे से जुड़े हैं और उसकी कप्तानी संभाल रहे हैं।
धौनी के सामने मुश्किल चुनौती
धौनी को अपनी नई टीम के साथ साबित करना होगा कि चेन्नई के साथ उनका जादू नई टीम के लिए भी बरकरार रहेगा। टीम इंडिया को अपनी कप्तानी में टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल तक ले जाने वाले धौनी के सामने इस बार चुनौती कड़ी होगी। चेन्नई को दो बार चैंपियन बना चुके धौनी पर सभी निगाहें रहेंगी कि वह पुणे की टीम को अपनी कप्तानी में कहां तक ले जा पाते हैं।
धौनी के लिए अपनी नई टीम को पुराने ढांचे में ढालना भी एक बड़ी चुनौती होगी। आठ साल तक एक टीम के साथ तालमेल रखने वाले धौनी को पुणे में शामिल अपने कुछ पुराने साथियों और नए साथियों के बीच नए सिरे से तालमेल बैठाना होगा।
मलिंगा की चोट से बढ़ी मुंबई की चिंता
दूसरी तरफ गत चैंपियन मुंबई की टीम अपने पुराने रंग रूप में लेकिन नए तेवरों के साथ आईपीएल में ताल ठोकने उतरेगी। मुंबई ने रोहित की कप्तानी में 2013 और 2015 में खिताब जीता है। मुंबई के साथ शुरुआती परेशानी उसके दिग्गज तेज गेंदबाज लसित मलिंगा की फिटनेस है जो चोट के कारण पहले पांच मैचों से बाहर रहेंगे। इसके बावजूद मुंबई की टीम में दिग्गज खिलाड़ियों की कमी नहीं है।
मुंबई के कप्तान रोहित इस फॉरमैट के जाने-माने बल्लेबाज हैं, जिन्होंने पिछले सीजन के फाइनल में मैच विनिंग पारी खेली थी। रोहित के साथ इंग्लैंड के जोस बटलर, वेस्टइंडीज के दिग्गज कीरोन पोलार्ड और लेंडल सिमंस, अंबाती रायुडू और पार्थिव पटेल, ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या, युवा तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और ओपनर उनमुक्त चंद हैं जो टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
मुंबई में विदेशी खिलाड़ियों की फौज
मुंबई के विदेशी खिलाड़ियों में बटलर, पोलार्ड और सिमंस के अलावा कोरी एंडरसन, मर्चेंट डी लांगे और मिशेल मैकक्लेनेगन और टिम साउदी शामिल हैं। इनमें बटलर, पोलार्ड और सिमंस की प्लेइंग इलेवन में जगह पक्की मानी जा सकती है। बटलर ने वर्ल्ड कप में शानदार बल्लेबाजी की थी जबकि सिमंस ने अपनी एक लाजवाब पारी से सेमीफाइनल में भारत का दिल तोड़ा था।
पोलार्ड वर्ल्ड चैंपियन कैरेबिआई टीम का हिस्सा नहीं थे लेकिन वह चोट से उबरकर आईपीएल में वापसी कर रहे हैं। पोलार्ड इस फॉरमैट के सबसे खतरनाक खिलाड़ी हैं जो गेंद, बल्ले और फील्डिंग से ही अपनी टीम को मैच जिता सकते हैं।
तीन कप्तानों से सजी पुणे टीम
पुणे की टीम में इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज केविन पीटरसन, दक्षिण अफ्रीका के फाफ डू प्लेसी और ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ शामिल हैं। धौनी, फाफ डू प्लेसी और स्मिथ अपने देश की टी-20 टीमों के कप्तान भी हैं। पुणे के कोच स्टीफन फ्लेमिंग और धौनी के बीच चेन्नई के समय से जबर्दस्त तालमेल चला आ रहा है जो पुणे के लिए जादू का काम करेगा।
अश्विन पर धौनी को पूरा भरोसा
भारतीय ऑफ स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन कप्तान धौनी के भरोसेमंद हथियार हैं। मिशेल मार्श, अजिंक्य रहाणे, रजत भाटिया और इशांत शर्मा जैसे खिलाड़ी पुणे की टीम को मजबूती देंगे। धौनी के सामने अगर कोई सबसे बड़ी चुनौती होगी तो वह इस नई टीम में तालमेल पैदा करने की होगी। धौनी ऐसे कप्तान हैं जो यह काम करना बखूबी जानते है। चेन्नई को आईपीएल में 2010 और 2011 में चैंपियन बना चुके धौनी अगर नई टीम पुणे को प्लेऑफ तक पहुंचा दें तो किसी को हैरत नहीं होगी।