लखनऊ (छविनाथ यादव)। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने नवरात्रि, दुर्गा पूजा के अवसर पर समुचित सुरक्षा व्यवस्था के लिए सोमवार को प्रदेश के सभी जिला पुलिस कप्तानों को निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि दुर्गा पूजा कमेटी के आयोजकों व व्यवस्थापकों से पूर्व में ही सम्पर्क स्थापित कर कार्ययोजना तैयार कर ली जाये। इसके अलावा दुर्गा प्रतिमा के स्थान, प्रतिमा विसर्जन के स्थान, जुलूस आदि के मार्गों का पूर्व में ही भली-भांति निरीक्षण कर लिया जाय एवं आवश्यकतानुसार जूलुस मार्गां का भ्रमण कर विवाद आदि की स्थिति होने पर उसका निराकरण समय से कर लिया जाये। ओपी सिंह ने प्रदेश के सभी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि प्रत्येक छोटी से छोटी घटनाओं को गम्भीरता से लिया जाय। तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए विवाद को समाप्त करने के लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित किया जाय। अधीनस्थ पुलिस कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिये जाये कि वह अपनी बीट में जाकर विवाद आदि की जांच कर ले एवं बीट सूचना प्राप्त होते ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर विवाद का समय से निराकरण करा लिया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि प्रदेश के सभी प्रत्येक थानों के त्यौहार रजिस्टर एवं रजिस्टर नम्बर आठ में उपलब्ध प्रविष्टियों का गहन अध्ययन कर लिया जाय। विगत वर्षों में अथवा इस वर्ष अभी तक जिन-जिन स्थानों पर किसी भी प्रकार का कोई विवाद परिलक्षित हुआ हो, वहां पुलिस एवं राजस्व विभाग के राजपत्रित अधिकारियों द्वारा स्थिति का अध्ययन कर विवाद को सुलझाने तथा संवेदनशीलता को दूर करने की यथासमय कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। उन्होंने पुलिस अधिकारियों के माध्यम से सभी थाना प्रभारी को यह स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि प्रत्येक छोटी से छोटी घटनाओं को गम्भीरता से लिया जाय। तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए विवाद को समाप्त करने के लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित किया जाये। अधीनस्थ पुलिस कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिये जाय कि वह अपनी बीट में जाकर विवाद आदि की जांच कर लें एवं बीट सूचना प्राप्त होते ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर विवाद का समय से निराकरण करा लिया जाये। इसके साथ ही नवरात्रि, दुर्गापूजा के अवसर पर पूर्व से ही सम्बन्धित विभागों, समाज के गणमान्य व्यक्तियों, गठित शान्ति समितियों एवं नागरिक सुरक्षा संगठनों के साथ बैठकें आयोजित कर उनका सक्रिय सहयोग प्राप्त किया जाये। इसके अलावा स्थानीय अभिसूचना इकाई के अधिकारियों, कर्मचारियों को सतर्क रखते हुए विभिन्न असामाजिक, अवांछनीय एवं साम्प्रदायिक तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाये तथा लाभप्रद सूचनाओं के आधार पर समय रहते प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि दुर्गामूर्ति के स्थान, प्रतिमा विर्सजन के स्थान, जुलूस आदि के मार्गों में पर्याप्त पुलिस बल की ड्यूटी लगायी जाय। मूर्ति विर्सजन के समय नदियों के घाटों तालाबर आदि पर जल पुलिस बाढ़ राहत पुलिस के साथ प्रकाश की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्मो की सघन मानीटरिंग प्रारम्भ कर दी जाय। किसी भी प्रकार की सामाजिक एवं धार्मिक विद्धेष उत्पन्न करने वाली खबरों-अफवाहों का तत्काल खण्डन करते हुए अफवाह फैलाने वाले तथा ऐसी खबरे पोस्ट करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके विरूद्व विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। संवेदनशील स्थानों आदि पर सीसीटीवी कैमरों का व्यवस्थापन करते हुए गठित टीम द्वारा वीडियोंग्राफी आदि की कार्यवाही भी करायी जाये। क्षेत्र में मोबाइल पेट्रोलिंग करायी जाये।