इंदौर। शेयर बाजार में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी करने की शिकायत के बाद पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए दो एडवाइजरी कंपनी के कॉल सेंटर पर छापामार कार्रवाई कर युवक व युवतियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। पुलिस ने यहां से एक शातिर ठग को भी पकड़ा है, जो बार-बार कंपनियों के नाम बदलकर लोगों से ठगी करता है। वह अब तक पांच करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी देशभर के लोगों से कर चुका है। एक कंपनी यहां से अपना सामान समेट कर भागने वाली थी, लेकिन पुलिस ने दस्तक दे दी।
एएसपी शैलेंद्रसिंह चौहान ने बताया कि विपुल नामदेव, जगबीर सिंह, मोईन कुरैशी, आदिती तिवारी प्रणय गुप्ता, मुरारी प्रसाद, राजाराम यादव, वसीम अकरम, राजेन्द्र जाट, श्यामलाल, कृष्णा यादव एवं अन्य ने शिकायत की थी कि *ways to star / ways to capital कंपनी एवं Market captain कंपनी शेयर मार्केट निवेश के नाम पर लाखों की ठगी कर चुके हैं। पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि अब तक देशभर के लोों से 7 करोड़ से अधिक की ठगी की जा चुकी है।
पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि कंपनी के कर्मचारियों द्वारा पहले फोन कर उनसे बातचीत की गई, फिर रजिस्ट्रेशन के नाम पर 7 हजार के लगभग राशि कंपनी के खातों एवं निजी खातों में जमा करवाई गई जिसके बाद दबाव बनाकर लगभग 4 करोड से अधिक राशि प्राप्त की गई। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि आरोपित निशांत चतुवेर्दी निवासी देवास द्वारा चेतन शुक्ला निवासी मुम्बई के साथ मिलकर शगुन टॉवर में एडवाईजरी कंपनी खोली गई, इसके पहले निशांत चतुवेर्दी द्वारा हाइब्रो रिसर्च कंपनी के नाम से कंपनी खोली गई थी, जिसमें नियमों के विरुद्ध चलाने पर सेबी द्वारा ब्लेक लिस्ट कर दिया गया था। जांच में पुलिस को पता चला कि ये पैसा दोगुना करने का लालच देकर ठगी करते है। सेबी में इन कंपनियों के विरुद्ध भी लगभग 600 से अधिक लोगों द्वारा शिकायतें दर्ज कराई जा चुकी है।
इस पर पुलिस ने ways to star / ways to capital कंपनी से संबंधित व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया। इनमें मालिक निशांत पुत्र भुपेश चतुर्वेदी निवासी हर्षदीप ऐवेन्यु विजयनगर स्थाई पता इन्कम टैक्स आफिस कालोनी देवास, आशीष पुत्र मोहनलाल यादव निवासी साउथ तुकोगंज स्ट्रीट नंबर 3 इन्दौर, अनूज पुत्र दीपक व्यास निवासी प्रेमनगर पार्ट-2 देवास, रवि पुत्र मदनलाल गौर निवासी ग्राम मोरोद तेजाजीनगर के पास और अक्षय पुत्र महेश वर्मा निवासी चितवाद इन्दौर शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि वर्तमान में कंपनी के खिलाफ 5 अपराध दर्ज होने के बावजूद ये लोग गुपचुप रूप से कंपनी चलाते पाए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि मार्केट कैप्टन के कर्मचारियों द्वारा आवेदक अमित पटेल को मुनाफे का लालच देकर 16 लाख 94 हजार 966 रुपये फिर पत्नी के नाम से 7 लाख 15 हजार ठग लिए थे। अमित पटेल द्वारा बताया गया कि वे साधारण परिवार से है, लेकिन कंपनी के कर्मचारियों द्वारा पैसे डुबने का डर दिखाकर हमेशा पैसो की मांग करते रहे है। पुलिस ने कंपनी में छापा मारा तो इस दौरान लगभग 60 से अधिक कर्मचारी अन्य लोगों को फोन कर नए ग्राहक बनाते पाए गए। पुलिस ने यहां से 195 कर्मचारियों से पूछताछ की गई। पुलिस ने बताया कि वेस्ट टू कैपिटल कंपनी अपना सामान बटोरकर यहां से जाने वाली थी, इसी बीच पुलिस ने छापामार दिया।