योगीराज में बेखौफ खनन माफिया, दलित किसान ने किया विरोध तो मासूम को जिंदा दफनाया, मौत

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बहराइच। उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के बौंडी क्षेत्र में खदान कर रहे ठेकेदार ने किसान के बेटे की हत्या कर शव को बालू में दफना दिया जबकि उसका साथी लापता है।

अपने पट्टे की जमीन पर बालू खनन माफिया का विरोध करना एक दलित दंपत्ति को बहुत भारी पड़ गया। खनन माफिया ने उसके 5 साल के मासूम बच्चे को वहीं जिंदा दफन कर दिया। आज दोपहर पीड़ित के बच्चे का शव उसके पट्टे के पास बालू में दबा मिला। वहीं एक अन्य बच्चे के भी गायब होने की बात सामने आयी है। 


क्या है पूरा मामला?
बहराइच के बौंडी थाना क्षेत्र के भौंरी गांव में दलित चेतराम को अपनी जमीन में बालू खनन रोकना भारी पड़ गया। चेतराम ने पिछले दिनों जिलाधिकारी समेत अन्य आला अफसरों से लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि उसके पट्टे की जमीन में बालू खनन ठेकेदार अवैध तरीके से जबरन बालू खनन कर रहे हैं। अभी इस पर कार्रवाई हो भी नहीं पाई थी कि आज दोपहर शिकायतकर्ता चेतराम का 5 वर्षीय मासूम बेटे की बालू में दबे होने की सूचना मिली। ये बालक वहीं बालू में दबा पड़ा था जहां जेसीबी व पोकलैंड मशीनों से तेजी से बालू खनन हो रहा है और इसका जमीन का पट्टा भी वहीं है।

गौरतलब है कि बाढ़ प्रभावित इस गांव के समीप ही घाघरा नदी की कटान है और यह गांव नदी की कटान में है। पिछले दिनों ई- टेंडरिंग के माध्यम से बालू खनन के लिए ठेकेदारों को पट्टे आवंटित किए गए हैं और उसी के तहत यहां सैकड़ों ट्रालियों व ट्रकों से बालू की निकासी हो रही है।


शिकायत के बावजूद लापरवाह अधिकारियों ने नहीं की कार्रवाई
पीड़ित पिछले कई दिनों से अपने पट्टे की जमीन में बालू निकासी का विरोध कर रहा था। उसने इस बाबत जिलाधिकारी समेत अन्य आला अफसरों से हो रहे अवैध खनन की लिखित शिकायत भी दर्ज कराई थी। लेकिन लापरवाह अधिकारियों ने मामले को गंभीरता नहीं लिया जिसकी वजह से एक मासूम बच्चे को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।

आक्रोशित ग्रामीणों ने आगजनी के बाद ठेकेदार की गाड़ी को तोड़ा 
बच्चे का शव मिलने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने बालू खनन में लगे ठेकेदार के बैठने की झोपड़ी में आग लगा दी है व उसकी आल्टो को तोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया है। इतना ही नहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने बालू खनन में लगी ट्रकों, पोकलैंड मशीन व जेसी बी मशीनों में जम कर तोड़ फोड़ की है वहीं ग्रामीण अभी भी बच्चे का शव रख कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं । उनका कहना है कि गुमसुदा बच्चे के मिलने व खनन बन्द होने तक वो न ही बच्चे का दाह संस्कार करेंगे न ही उसका पंचनामा कराएंगे।

खनन से बाज नहीं आ रहे संवेदनहीन ठेकेदारों के कारिंदे 
बच्चे का शव मिलने के बाद ग्रामीण बुरी तरह आक्रोशित हैं वहीं एक अन्य बच्चे की तलाश की जा रही है। लापता बच्चे की मां का कहना है कि उसके बच्चे को भी दबा कर मार दिया गया है। पीड़ित मां अपने गुमशुदा बेटे की चप्पल लेकर उसकी तलाश कर रही है। वहीं संवेदनहीन ठेकेदारों के कारिंदे इतना होने के बावजूद बालू की ढुलाई जारी रखे हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी?
एसडीएम नागेंद्र कुमार का कहना है कि इस मामले में जानकारी मिली है। जिलाधिकारी ने शिकायतकर्ता की शिकायत पर कमेटी गठित कर दी है। मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


योगी की चेतावनी बेअसर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही अपराधियों को उत्तर प्रदेश छोडऩे की चेतावनी दे रहे हों लेकिन इसका बदमाशों और माफियाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। अपराधियों के हौसले दिन-ब-दिन बुलंद होते जा रहे हैं।

किसानों का कहना है कि ठेकेदार और उसके साथियों ने करन को पकड़ लिया तथा अन्य सभी को धमकाकर वहां से भगा दिया। सूचना पाकर परिवारीजन पहुंचे तो दोनों बच्चे मौके से गायब मिले। खोजबीन के दौरान खदान स्थल और नदी के बीच बालू का टीला देखकर चेतराम व अन्य लोगों ने खोदाई शुरू की तो करन का शव बरामद हुआ।

कुछ दूरी पर निसार की चप्पल पड़ी मिली। इस पर क्षेत्र के अन्य लोग एकत्रित हो गए। गुस्सा किसान व ग्रामीणों ने मौके पर मौजूद बालू खनन करवा रहे ठेकेदार व मजदूरों के छप्पर को फूंक दिया।

जेसीबी मशीन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। हंगामे की स्थिति बन गई। सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी नागेंद्र कुमार, तहसीलदार राजेश कुमार मिश्र के अलावा बौंडी, फखरपुर, हरदी, कैसरगंज और नानपारा थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई।

सीओ नानपारा एसके यादव तथा कैसरगंज पुलिस क्षेत्राधिकारी तनवीर भी घटनास्थल पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी और एसपी को बुलाने की मांग करते हुए करन का शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। गांव में स्थिति काफी तनावपूर्ण है।

भौंरी गांव के निकट घाघरा के कछार में बच्चे की मौत की सूचना मिली है। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए एडीएम संतोष राय और एएसपी कमलेश दीक्षित को मौके पर भेजा गया है। ग्रामीणों को समझाने बुझाने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल ग्रामीण आठ वर्षीय करन की हत्या कर शव को गाड़ने और निसार की हत्या कर शव नदी मेें फेंकने का आरोप लगा रहे हैं। निसार की चप्पल मिली है। वहीं ठेकेदार व खनन कर्मी बच्चों के डूबने की बात कह रहे हैं। जांच के साथ ही केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
– सुनील सक्सेना, पुलिस अधीक्षक

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